बोकारो : दीवाली की खुशियों के बीच बोकारो जिले के चास मुख्य सड़क पर गरगा पुल के पास पटाखा बाजार में भयानक आग लगने की घटना सामने आई है। इस दुर्घटना में करीब 50 पटाखा दुकानें जलकर खाक हो गईं। हालांकि, इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन आग की वजह से चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
धमाकों के बीच मची भगदड़, स्थिति पर काबू पाने में जुटी फायर ब्रिगेड
आग लगते ही दुकानों में रखे पटाखों में जोरदार धमाके होने लगे और रॉकेट हवा में उड़ने लगे, जिससे बाजार में भगदड़ मच गई। घटना की सूचना मिलते ही बीएसएल और झारखंड अग्निशमन विभाग की चार फायर ब्रिगेड गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की गाइडलाइंस के बावजूद लगी आग
बाजार में आग लगने की खबर मिलते ही जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया। गरगा पुल के पास की यह अस्थायी पटाखा बाजार जिला प्रशासन की अनुमति से लगाई गई थी, ताकि भीड़भाड़ वाले इलाके से बाहर सुरक्षित स्थान पर दुकानें लग सकें। प्रशासन द्वारा दुकानदारों को आपदा प्रबंधन के नियमों का पालन करने का निर्देश भी दिया गया था। अब इस मामले की गहराई से जांच की जाएगी कि आग लगने की असली वजह क्या थी और सुरक्षा इंतजाम में कहां कमी रह गई।
प्रभावित दुकानदारों के लिए मुआवजे की मांग
हादसे में बड़ी संख्या में दुकानों के जलने से प्रभावित दुकानदारों ने मुआवजे की मांग की है। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय नेता भी मौके पर पहुंचे और दुकानदारों के हालात का जायजा लिया।
बोकारो स्टील प्लांट के निदेशक का आवास पास में होने से बढ़ी चिंता
जिस जगह पर पटाखा बाजार लगा था, उसके पास ही बोकारो स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज का आवास स्थित है। इस आग से वहां भी दहशत का माहौल बन गया। दीवाली जैसे त्योहार पर इस भीषण आग से बोकारो में पटाखा व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। जिला प्रशासन ने घटना की जांच और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। उम्मीद है कि प्रशासन द्वारा उचित कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।