जामताड़ा: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) को तीखा निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने आदिवासियों, किसानों और गरीबों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि इस सरकार ने राज्य की आधी आबादी के कल्याण के लिए कोई योजना नहीं बनाई और इनकी राजनीति केवल लोगों को आपस में लड़ाने की है।
भा.ज.पा. की नीतियों की आलोचना
मुख्यमंत्री सोरेन रविवार को जामताड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा, “भा.ज.पा. ने आदिवासियों और किसानों के लिए कुछ नहीं किया। ये लोग देने वाले नहीं, बल्कि लेने वाले लोग हैं। इनकी पूरी राजनीति समाज को बांटने पर केंद्रित है। हम जाति और धर्म से ऊपर उठकर काम करते हैं और महागठबंधन सरकार ने हर वर्ग को लाभ पहुंचाया है।”
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा नेताओं का एक ही उद्देश्य है – राज्य के प्राकृतिक संसाधनों पर कब्जा करना। “हमारी सरकार इन लोगों के खिलाफ मजबूत दीवार की तरह खड़ी है,” सोरेन ने कहा। “इन लोगों ने मुझ पर झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश की, लेकिन महागठबंधन सरकार मजबूती से खड़ी है और संविधान की रक्षा के लिए हम सब एकजुट हैं।”
महागठबंधन की सरकार के कामकाज पर जोर
मुख्यमंत्री ने भाजपा द्वारा झारखंड में सत्ता में लौटने की होड़ को लेकर कहा, “इन लोगों ने पांच साल तक हमें सत्ता से बाहर रखा है और अब ये अपनी सत्ता वापसी के लिए छटपटा रहे हैं। इनकी गलत नीतियों के कारण झारखंड की स्थिति खराब हुई है। अगर ये लोग सत्ता में आए तो हमारे जल, जंगल और जमीन पर इनकी नजरें होंगी, इसलिए हमें इन्हें मिलकर झारखंड से बाहर करना है।”
सोरेन ने राज्य के विकास को लेकर कहा, “झारखंड को अलग राज्य बने 24 साल हो गए, लेकिन यहां की स्थिति इस प्रकार नहीं होनी चाहिए थी। झारखंड को देश का सबसे अमीर राज्य बनना चाहिए था, यहां से पलायन रुकना चाहिए था। लेकिन भाजपा की गलत नीतियों के कारण यह स्थिति बनी है।”
गठबंधन सरकार की योजनाओं का असर
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में महागठबंधन सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने अचानक लॉकडाउन लगा दिया और लाखों लोग अन्य राज्यों में फंस गए थे। लेकिन हमारी सरकार ने उन्हें सुरक्षित लाने में सफलता पाई।”
हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि राज्य का गरीब वर्ग मजबूत हो, इसलिए उन्होंने समय से पहले चुनाव कराने का प्रयास किया। “हमने झारखंड के लोगों के लिए बकाया बिजली बिल माफ किया, किसानों का कृषि ऋण माफ किया और महिलाओं को सम्मान राशि देने की योजना शुरू की। अब दिसंबर से महिलाओं को 2500 रुपये की सम्मान राशि मिलेगी,” सोरेन ने कहा।
मुख्यमंत्री ने अंत में वादा किया, “आने वाले पांच साल में हर परिवार को एक लाख रुपये की मदद पहुंचाई जाएगी, ताकि झारखंड का हर नागरिक मजबूत हो सके।”