खूंटी : ओडिशा के राउरकेला से जमशेदपुर तक आयरन ओर का कचरा ढोने वाले ट्रकों से सड़कों पर रसायनयुक्त गीला कचरा गिरा दिया जाता है, जिससे क्षेत्र के निवासियों की परेशानियां बढ़ गई हैं। यह कचरा न केवल सड़क पर गंदगी फैलाता है, बल्कि जब यह सूख जाता है, तो इसके रसायनयुक्त धूल के कारण लोग कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। खासकर, बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका गंभीर असर पड़ रहा है।
स्वास्थ्य पर बुरा असर
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह सिलसिला कई महीनों से जारी है और अब इसका असर साफ दिखाई दे रहा है। गीला कचरा जहां सड़क पर एक बड़ा संकट बन चुका है, वहीं सूखा कचरा और उससे उड़ने वाली रसायनयुक्त धूल ने लोगों के जीवन को मुश्किल बना दिया है। कचरा गिरने से सड़कों के किनारे की दुकानों में भी धूल की मोटी परत जमा हो जाती है, जिससे व्यापारियों और ग्राहकों दोनों को परेशानी हो रही है।
स्थानीय लोगों ने वाहन को पकड़ा
बीते शनिवार को तोरपा के निवासियों ने एक ट्रक को पकड़कर थाने के हवाले कर दिया, जो कि गीला कचरा सड़क पर गिरा रहा था। यह घटना उस समय हुई जब बुधवार को एक ट्रैक्टर ने तोरपा के मेन रोड पर कचरा गिरा दिया था, जिससे नागरिकों में आक्रोश फैल गया। पहले भी, नवंबर महीने में इसी तरह के एक वाहन को स्थानीय लोगों ने थाने में सौंपा था, लेकिन उस समय चालक को केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।
चेतावनी देकर किया जाएगा समाधान : पुलिस
इस संबंध में तोरपा थाना प्रभारी ने कहा कि कोई लिखित शिकायत पुलिस के पास नहीं आई है, और यह सवाल उठाया कि इस पर किस धारा के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रांसपोर्टर को बुलाकर चेतावनी दी जाएगी और उसे निर्देश दिए जाएंगे कि वह कचरे को सुरक्षित तरीके से उसके गंतव्य तक पहुंचाए।