नई दिल्ली : केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास की साज-सज्जा पर किए गए खर्च की जांच करेगा। यह कदम केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता की शिकायत का संज्ञान लेने के बाद उठाया गया है।
केजरीवाल के आवास पर कथित खर्च की जांच
सीवीसी ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि केजरीवाल के सरकारी आवास, 6 फ्लैग स्टाफ रोड पर की गई साज-सज्जा पर खर्च किए गए कथित करोड़ों रुपये की जांच की जाएगी। यह जांच सीपीडब्ल्यूडी के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) के तहत की जाएगी। नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने 21 अक्टूबर को सीवीसी में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री आवास पर अत्यधिक और अनुचित तरीके से साज-सज्जा पर खर्च किया है। उनका कहना था कि इसमें भ्रष्टाचार की गंध आ रही है, और तत्काल जांच की आवश्यकता है।
गुप्ता ने लगाए गंभीर आरोप
गुप्ता के मुताबिक, केजरीवाल ने अपने सरकारी आवास में 77 लाख रुपये का टीवी, 50 लाख रुपये का रेशमी कालीन, 42 लाख रुपये की पीतल की रेलिंग, 20 लाख रुपये का स्पा सेंटर, 18 लाख रुपये का हॉट वॉटर जेनरेटर जैसे महंगे सामान खरीदे। इसके अलावा, उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल के घर में 50 स्प्लिट एसी, 250 टन का सेंट्रल एसी सिस्टम, 934 लीटर क्षमता वाला स्मार्ट फ्रिज, और बोश कंपनी के 75 स्पीकर भी लगाए गए हैं। गुप्ता ने यह भी कहा कि केजरीवाल ने अपने घर के बाथरूम पर अकेले 15 करोड़ रुपये खर्च किए और 5.30 करोड़ रुपये के पर्दे और 70 लाख रुपये की कीमत वाली ऑटोमेटिक खिड़कियां लगवायीं।
केजरीवाल पर गंभीर आरोपों का सिलसिला
गुप्ता ने आगे कहा, “यह केवल एक साधारण घर नहीं है, बल्कि एक आलीशान महल की तरह है, जिसमें सभी लक्जरी सुविधाएं हैं। इस ‘आम आदमी’ के घर में इतने खर्च के बाद, सात सितारा होटल भी पानी भरते हैं।” उन्होंने कहा कि इन खर्चों के बारे में जांच के बाद, केजरीवाल की असलियत सामने आ जाएगी और यह साबित हो जाएगा कि उन्होंने दिल्ली की जनता को धोखा दिया है। गुप्ता ने कहा, “आम आदमी पार्टी का पाप अब सामने आ चुका है और आने वाले विधानसभा चुनावों में दिल्ली की जनता इनसे सत्ता छीन लेगी।”
सीपीडब्ल्यूडी की जांच और भविष्य में क्या होगा?
अब जब जांच के आदेश जारी हो चुके हैं, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि सीपीडब्ल्यूडी और सीवीसी जांच के बाद किस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं। इस मामले के सुलझने के बाद केजरीवाल की सरकार और आम आदमी पार्टी को लेकर क्या प्रतिक्रिया होगी, यह भविष्य के लिए अहम सवाल बनेगा।