रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने रविवार को कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ रैली’ पर तीखा हमला बोलते हुए इसे महज एक नौटंकी करार दिया। प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पर सत्ता और तुष्टिकरण के लिए बार-बार संविधान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने 60 वर्षों के शासनकाल में 79 बार संविधान संशोधन कर लोकतंत्र और उसकी मूल भावना को कमजोर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान को तुष्टिकरण का घोषणापत्र बना दिया। उन्होंने पहला संविधान संशोधन, अनुच्छेद 35A और राष्ट्रपति शासन के दुरुपयोग का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान को अपनी जागीर समझा। प्रेस वार्ता में भाजपा प्रवक्ता राफिया नाज और योगेंद्र प्रताप सिंह भी उपस्थित थे।
आपातकाल में मौलिक अधिकारों को कुचला
बाबूलाल ने कहा कि इंदिरा गांधी द्वारा लागू किया गया 42वां संविधान संशोधन लोकतंत्र पर सबसे बड़ा प्रहार था, जिसे मिनी संविधान कहा गया। आपातकाल के दौरान मौलिक अधिकारों को कुचला गया, प्रेस और न्यायपालिका की स्वतंत्रता छीनी गई। उन्होंने शाहबानो केस, वक्फ कानून और मुस्लिम आरक्षण की सिफारिशों का हवाला देते हुए कांग्रेस पर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का आरोप लगाया। साथ ही, राहुल गांधी द्वारा कैबिनेट पेपर फाड़ने और ईडी दफ्तरों के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए विरोध को भी संविधान और संसदीय प्रणाली का अपमान बताया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व और सहयोगी दलों ने कई मौकों पर शरीयत को संविधान से ऊपर बताया, जो संविधान की सर्वोच्चता पर सीधा हमला है। उन्होंने मांग की कि कांग्रेस पार्टी भगवान बिरसा मुंडा की धरती से संविधान विरोधी कृत्यों के लिए कान पकड़कर माफी मांगे।