Chaibasa (Jharkhand) : पश्चिमी सिंहभूम जिले के मंझारी प्रखंड के पप्पागड़ा गांव में हाथियों का झुंड घूम रहा था, तभी एक छोटा हाथी पेड़ में फंस गया। रात भर उसकी चिंघाड़ गूंजती रही और मां हाथी भी जोर-जोर से चिंघाड़ते हुए बच्चे को छुड़ाने की कोशिश करती रही। इस मामले को लेकर न ही वन विभाग पहुंचा न ही ग्रामीण। गांव के ग्रामीण डर के मारे घरों में बंद रहे। शनिवार सुबह ग्रामीणों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर हिम्मत दिखाकर हाथी के बच्चे को पेड़ से निकालने की कोशिश शुरू की और सफल रहे।
झुंड से मिलने का होगा प्रयास : DFO
चाईबासा वन प्रमंडल पदाधिकारी आदित्य नारायण ने बताया कि बच्चे की हालत कमजोर थी, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद उसकी स्थिति में सुधार देखा गया। फिलहाल हाथी का बच्चा वन विभाग की निगरानी में है और दो-तीन दिन तक देखरेख में रखा जाएगा। हालत सामान्य होने पर उसे वापस उसके झुंड के पास छोड़ दिया जाएगा, ताकि वह अपनी मां और समूह से दोबारा मिल सके। वन विभाग की टीम ने बताया कि हाथी का बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित है और उसकी देखभाल की जा रही है।
झुंड से बिछड़ा छोटा हाथी
ग्रामीणों ने बताया कि हाथी का बच्चा लगभग 2 साल का है और वह अपने झुंड से बिछड़ गया
है। उन्होंने वन विभाग की टीम की तारीफ की और कहा कि वे समय पर पहुंचे और हाथी के बच्चे को बचाया। वन विभाग की टीम ने बताया कि वे हाथी के बच्चे की देखभाल के लिए जरूरत पड़ेगा तो विशेषज्ञों की टीम को बुलाएंगे और उसे जल्द से जल्द उसके झुंड के पास छोड़ देंगे।
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