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झारखंड के जेलों में नए साल से बंदियों को बेहतर भोजन: मटन की जगह मिलेगा चिकन और अंडा

by Rohit Kumar
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रांची : झारखंड की जेलों में बंदियों को अब सप्ताह में चार दिन मांसाहारी भोजन देने की तैयारी है। इसे लेकर कारा महानिरीक्षक ने प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सहमति के लिए भेजा है। मुख्यमंत्री की स्वीकृति के बाद प्रस्ताव कैबिनेट में जाएगा, जहां अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा।

नए भोजन व्यवस्था का प्रस्ताव

अब तक जेल में बंद मांसाहारी बंदियों को सप्ताह में एक दिन 100 ग्राम मटन दिया जाता था। नए प्रस्ताव के अनुसार, मटन की जगह तीन दिन 200-200 ग्राम चिकन और एक दिन दो अंडे दिए जाएंगे। शाकाहारी बंदियों के लिए अब तक सप्ताह में 500 ग्राम खीर दी जाती थी। नई व्यवस्था के तहत उन्हें तीन दिन 100-100 ग्राम सोयाबीन बड़ी और एक दिन पनीर की सब्जी मिलेगी।

बंदियों को प्रोटीनयुक्त आहार का उद्देश्य

वर्ष 2012 के पुराने डायट चार्ट को बदलकर यह नई योजना लाई जा रही है, ताकि बंदियों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिल सके। जेल में बंद बंदियों ने मटन की गुणवत्ता को लेकर असंतोष जताया था। इसके बाद मटन को बंद कर चिकन और अंडा देने का प्रस्ताव तैयार किया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने जेल प्रवास के दौरान बंदियों के भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण किया था।

उन्होंने जेल में बंद अन्य कैदियों से भी इस पर फीडबैक लिया। जेल से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री ने खान-पान सुधारने के निर्देश दिए, जिसका असर अब इस प्रस्ताव में दिख रहा है।

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