पॉलिटिकल डेस्क, पटना : बिहार विधानसभा में कब्रिस्तान से शवों की चोरी का मामला उठा। (Bihar vidhansabha) कांग्रेस विधायक शकील अहमद खां ने सरकार से इसको लेकर सवाल पूछा और कब्रिस्तान की घेराबंदी कराने की मांग की। मामला कटिहार के कदवा में कब्रिस्तान से तीन शवों को निकालकर उसके सिर और पेट काटने से जुड़ा है।
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खां ने दिया बयान
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खां ने सदन को बताया कि पिछले साल नवंबर महीने में कटिहार के कदवा में कब्रिस्तान में दफन तीन शवों को खोदकर निकाला गया। किसी के सिर काटे गए, तो किसी के पेट काटे गए, लेकिन ये तो अच्छी बात रही कि कोई और इस तरह की घटना न घटी। इसको लेकर समाज ने मिल बैठकर सबकुछ ठीक कर लिया।
सरकार की तरफ से इसपर जो जबाव आया, वह आधा अधूरा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत संवेनशील मामला है। इसके बावजूद भी अभी तक कब्रिस्तान की घेराबंदी की शुरुआत भी नहीं हो सकी है, यह लिस्ट में भी नहीं है। अगर कोई घटना घटती है, तो उसपर तुरंत एक्शन होना चाहिए।
विजेन्द्र प्रसाद यादव ने दिया जवाब
कांग्रेस विधायक के इस सवाल का जवाब सरकार की तरफ से मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने दिया। मंत्री ने कहा कि अज्ञात लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया। इसको लेकर थाने में केस दर्ज हो चुका है। जहां तक कब्रिस्तान की घेराबंदी का सवाल है, तो वहां के डीएम और एसकी के अलावा एक कमेटी है। संवेदनशीलता को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर कब्रिस्तानों की घेराबंदी होती है, लेकिन यहां चोरी का मामला है, जिसकी जांच चल रही है।
मामले की जांच चल रही है (Bihar vidhansabha)
सरकार के जवाब से कांग्रेस विधायक शकील अहमद संतुष्ट नहीं हुए और कहा कि इससे बड़ी बात कोई नहीं हो सकती है। क्या वहां के डीएम और एसपी इस घटना को संवेदनशील नहीं मानते हैं? अगर वहां कोई घटना हो जाती, तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेता। इस पर मंत्री बिजेन्द्र यादव ने कहा कि पिछले साल 24 नवंबर को मामला दर्ज ही हुआ है। इसकी जांच चल रही है। अगर बहुत जल्दी है तो विधायक कोष से भी कब्रिस्तान की घेराबंदी कराई जा सकती है। डीएम से कहेंगे कि वे आपसे बात कर लें।
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