नई दिल्ली : दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता को चुना, इस कदम से पार्टी ने न केवल राष्ट्रीय राजधानी बल्कि अन्य राज्यों में भी अपनी पकड़ मजबूत करने की योजना बनाई है। शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक चुनी गईं रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने एक ही तीर से कई निशाने साधे हैं। यह कदम पार्टी के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है, खासकर महिला और वैश्य समुदाय को लेकर। आइए, जानते हैं कि बीजेपी ने रेखा गुप्ता के जरिए किन राज्यों को साधने की रणनीति बनाई है।
दिल्ली में महिला और वैश्य समुदाय पर बीजेपी की पकड़
दिल्ली में महिलाओं का वोट बैंक काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां करीब 46% महिला वोटर हैं। इस चुनाव में महिला मुद्दों पर चर्चा और घोषणाएं खासतौर पर सुर्खियों में रही थीं। बीजेपी ने महिलाओं को अपने पक्ष में करने के लिए कई घोषणाएं की थीं, और इस बार बीजेपी के सिंबल पर 4 महिला विधायक चुनकर आई हैं।
इसके अलावा दिल्ली में वैश्य समुदाय की आबादी लगभग 7% है, और इस बार बीजेपी ने 5 से ज्यादा वैश्य उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे। इस तरह, रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने से दिल्ली के 53% महिला और वैश्य वोटरों को बीजेपी के पक्ष में लाने की उम्मीद जताई जा रही है। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। इससे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी ने इस पद पर काबिज हो चुकी हैं।
रेखा के जरिए बीजेपी ने इन राज्यों को साधा
हरियाणा
रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले में हुआ है और उन्होंने यहां अपनी शुरुआती शिक्षा प्राप्त की। वे जिस वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखती हैं, वह हरियाणा में लगभग 5% आबादी का हिस्सा है। बीजेपी की सरकार पहले से ही हरियाणा में है, और रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने से पार्टी को यहां के वैश्य वोटरों को और मजबूत समर्थन मिलने की संभावना है। हरियाणा में लोकसभा की 10 और विधानसभा की 90 सीटें हैं, जहां बीजेपी ने पिछले चुनाव में 5 सीटों पर ही जीत हासिल की थी। रेखा गुप्ता की नियुक्ति से बीजेपी के लिए आने वाले चुनावों में उम्मीदें और बढ़ सकती हैं।
बिहार
2024 में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, और बीजेपी की कोशिश राज्य में सत्ता को फिर से हासिल करने की है। बिहार में वैश्य और ब्राह्मण समुदाय बीजेपी के प्रमुख वोटर रहे हैं। रेखा गुप्ता की नियुक्ति से पार्टी इस समुदाय को और मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है। बिहार में वैश्य समुदाय की आबादी लगभग 5% है, जिसका विधानसभा की 30 सीटों पर सीधा प्रभाव है। रेखा गुप्ता इस चुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक की भूमिका निभा सकती हैं, जो बिहार में पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं, और यहां बीजेपी का मुख्य मुकाबला ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से है। बंगाल में बीजेपी ने 2021 में बड़ी सफलता हासिल की थी और राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। हालांकि, बंगाल में अभी तक एक भी महिला मुख्यमंत्री नहीं रही है, और बीजेपी ने रेखा गुप्ता के जरिए महिलाओं को एक मजबूत संदेश देने की कोशिश की है। बंगाल में वैश्य समुदाय की आबादी 2% है, और रेखा गुप्ता के जरिए बीजेपी इस समुदाय को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी का चुनावी रणनीति में बदलाव
रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने न केवल दिल्ली बल्कि आसपास के राज्यों में भी अपनी राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने की योजना बनाई है। पार्टी का यह कदम महिलाओं और वैश्य समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने का प्रयास प्रतीत हो रहा है। आगामी चुनावों में इन समुदायों के वोट बीजेपी के पक्ष में आ सकते हैं, जिससे पार्टी को कई राज्यों में फायदा हो सकता है।