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नवरात्र के आठवें दिन रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिका मंदिर में भक्तों की उमड़ी भीड़, 6000 साल पुराना है मंदिर, जानिए महत्व…

by Rakesh Pandey
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रांची/Chaitra Navratri: चैत्र नवरात्र की अष्टमी को मां महागौरी की पूजा विभिन्न जगहों पर धूमधाम से हो रही है। झारखंड के रजरप्पा के मां छिन्नमस्तिका मंदिर में भी चैत्र नवरात्र पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा सकती है। चैत्र नवरात्र की अष्टमी को मां महागौरी की पूजा-अर्चना करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु मां छिन्नमस्तिका मंदिर पहुंच रहें हैं। चैत्र नवरात्र को लेकर इस क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। यहां के लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो रहा है।

Chaitra Navratri: अलग-अलग राज्यों से आते श्रद्धालु

वैसे तो विशेषकर शारदीय नवरात्र में भक्त यहां मां के दर्शन करने आते हैं, लेकिन चैत्र नवरात्र में भी श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर रहता है। यहां झारखंड के अलावा ओडिशा, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश सहित अलग-अलग राज्यों से श्रद्धालु मां के दर्शन करने आते हैं। अप्रैल माह की भारी गर्मी में यहां सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिल रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी नहीं हो।

Chaitra Navratri: भव्य साज- सज्जा

चैत्र नवरात्र की अष्टमी के अवसर पर बहुत ही भव्य तरीके से मंदिर की साज- सज्जा की गई है। मंदिर की सजावट दर्शकों को मंत्र- मुग्ध कर देने में सक्षम है। अपने-अपने घरों में अष्टमी की पूजा एवं दुर्गा पाठ करने के साथ ही लेकर श्रद्धालु विशेष कर माता के दर्शन करने के लिए मां छिन्नमस्तिका मंदिर पहुंच रहे हैं।

Chaitra Navratri: मंदिर का ऐतिहासिक महत्व

मां छिन्नमस्तिका मंदिर 6000 साल पुराना माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार यह मंदिर महाभारत काल का है। मंदिर के उत्तरी दीवार के समीप रखी एक शिलाखंड पर दक्षिण की ओर मुख किए मां छिन्नमस्तिका विराजमान है।

Chaitra Navratri: अन्य मंदिर भी स्थित

मां छिन्नमस्तिका मंदिर के अलावा यहां महाकाली मंदिर, बाबा धाम मंदिर, बजरंगबली मंदिर, शंकर मंदिर, सूर्य मंदिर, विराट रूप मंदिर मिलाकर कुल सात मंदिर स्थित है।

 

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