पॉलिटिकल डेस्क : चुनाव के दौरान गलत इरादे से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो शेयर करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। (Amit Shah fake video) अब अहमदाबाद साइबर क्राइम टीम ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों आरोपी का संबंध आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से है। अमित शाह की 2 सभाओं के वीडियो को एक एजेंडे के तहत वायरल किया गया था।
कौन हैं दो आरोपी (Amit Shah fake video)
जिन आरोपियों को अहमदाबाद की साइबर टीम ने अरेस्ट किया है, उनका नाम सतीश वनसोला और आर बी बारिया है। सतीश वनसोला कांग्रेस एमएलए जिग्नेश मेवानी का क्षेत्रीय कार्यालय संभालता है। वहीं, आरबी बारिया आम आदमी पार्टी के दाहोद जिले का चीफ है। दोनों आरोपियों ने ही सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किए थे।
जिग्नेश मेवाणी की प्रतिक्रिया
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी की प्रतिक्रिया सामने आई है। जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि ‘मैं किसी भी फेक चीज का समर्थन नहीं करता हूं। आज सोशल मीडिया का युग है। चुनाव के समय कोई प्रचार नहीं कर पाये और किसी को गिरफ्तार किया जा रहा है। बीजेपी का आईटी सेल फर्जी खबर चलाता है। 1 मई को पीएम नरेंद्र मोदी की सभा है इसका मैसेज सही नहीं जायेगा। दलित को दबाने की कोशिश हो रही है। सतीश हमारे भाई जैसे हैं। वह जान कर गलत कदम नहीं उठा सकते हैं, उनकी नियत गलत नहीं है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
पुलिस यह भी जांच कर रही है कि एडिटिंग किसने की। सतीश वनसोला ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर साझा किया। आरबी बारिया ने अपने फेसबुक हैंडल से वीडियो भी वायरल किया। कल पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है। यह वीडियो संपादक के पास कैसे पहुंचा, इसकी जांच चल रही है। तेलंगाना की एक बैठक का वीडियो मिला है।
सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ मामला दर्ज
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डीपफेक वीडियो साझा करने के आरोप में महाराष्ट्र कांग्रेस (युवा) के सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में मुंबई बीजेपी नेता प्रतीक करपे ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल, सोशल मीडिया पर अमित शाह का भाषण देने वाला एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ जो फर्जी था।
दरअसल, सोशल मीडिया पर केंद्रीय मंत्री का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें छेड़छाड़ की गई है। वीडियो में शाह एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण खत्म करने की बात करते दिख रहे हैं। एक दिन पहले रविवार को शाह का फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले लोगों को खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एफआईआर दर्ज की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गृह मंत्रालय ने मामले को गंभीरता से लिया है। स्पेशल सेल उन एक्स अकाउंट पर नजर रख रही है, जो इस वीडियो को पोस्ट कर रहे हैं। वीडियो डिलीट करने वाले भी जांच एजेंसियों के रडार पर हैं।