स्पेशल डेस्क : ब्रिटेन में शुक्रवार को 5 भारतीयों (Britain Indian Case) को 122 साल की सजा हुई है। इन्हें 23 साल के भारतीय ड्राइवर की हत्या के लिए दोषी पाया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अर्शदीप सिंह, जगदीप सिंह, शिवदीप सिंह और मनजोत सिंह को हत्या के लिए 28-28 साल की सजा सुनाई गई। वहीं, सुखमनदीप सिंह को हमले में मदद करने के लिए 10 साल की सजा हुई।
पांचों भारतीयों ने अगस्त 2023 में एक डिलिवरी ड्राइवर अरमान सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पश्चिमी इंग्लैंड के श्रुस्बरी शहर में अरमान पर कुल्हाड़ी, हॉकी स्टिक, लोहे की रॉड, फावड़ा, चाकू, क्रिकेट बैट से हमला किया गया था। 8 नकाबपोश हमलावरों ने हत्या की थी।
चार को आजीवन कारावास, अन्य को 10 साल की सजा (Britain Indian Case)
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि चारों दोषियों ने कुल्हाड़ी, हॉकी स्टिक और फावड़े से डिलिवरी ड्राइवर को मौत के घाट उतारा था। अरमान की जानकारी जुटाने वाले अन्य आरोपी को हत्या में शामिल होने का दोषी पाया गया था, जिसे 10 साल की सजा सुनाई गई थी।
पिछले साल अगस्त में जब स्थानीय वेस्ट मर्सिया पुलिस ने पश्चिमी इंग्लैंड के श्रुस्बरी के बेरविक एवेन्यू क्षेत्र में एक हमले की रिपोर्ट देखी और हत्या के संदेह में चार लोगों को गिरफ्तार किया, तो अरमान सिंह को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया। 24 वर्षीय अर्शदीप सिंह, 23 वर्षीय जगदीप सिंह, 27 वर्षीय शिवदीप सिंह और 24 वर्षीय मनजोत सिंह को कुल्हाड़ी, हॉकी स्टिक और फावड़े सहित हथियारों से हत्या का दोषी पाया गया।
परिवार बोला- भगवान करें ऐसा किसी के साथ न हो
स्टैफोर्ड क्राउन कोर्ट में मामले की सुनवाई की गई। कोर्ट के फैसले के बाद मृतक अरमान के परिजनों ने कहा कि हम अपने दर्द को शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। हम नहीं चाहते कि जो हमारे साथ हुआ वह किसी ओर के साथ हो।
कोर्ट का बयान
रिपोर्ट के अनुसार, स्टैफोर्ड क्राउन कोर्ट की न्यायाधीश क्रिस्टीना मोंटगोमरी केसी ने हमले को “एक भयानक क्रूरता” और “एक बहुत ही सार्वजनिक निष्पादन” कहा, जबकि उन्होंने कहा कि अरमान सिंह को सड़क के किनारे मरने के लिए छोड़ दिया गया था।
अरमान के पांचों हत्यारे खतरनाक प्रवृत्ति के हैं- मार्के बेलामी
वेस्ट मर्सिया पुलिस के डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर मार्क बेलामी ने कहा कि पांचों दोषी खतरनाक प्रवृत्ति के हैं, जो अब जेल में सजा काटेंगे, गनीमत है कि वह अब किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सकते हैं। जब अरमान की मौत की खबर परिवार को मिली थी तो वे टूट गए थे। मेरी संवेदनाएं उनके साथ है। आज की सजा उन लोगों के लिए कड़ा संदेश है, जो सोचते हैं कि अपराध करके वह बच जाएंगे।
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