सेंट्रल डेस्क: Central government will take initiative for peace process in Manipur: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि गृह मंत्रालय मणिपुर में जातीय विभाजन को पाटने के लिए जल्द से जल्द मेइती और कुकी दोनों समुदायों से बात करेगी। मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करते हुए शाह ने निर्देश दिया कि पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
Central government will take initiative for peace process in Manipur: बढ़ाई जा सकती है केंद्रीय बलां की तैनाती
एक आधिकारिक बयान के अनुसार गृह मंत्री ने कहा कि यदि आवश्यकता हुई तो केंद्रीय बलों की तैनाती बढ़ाई जाएगी और राज्य में शांति एवं सौहार्द बहाल करने के लिए उन्हें रणनीतिक रूप से तैनात किया जाना चाहिए। शाह ने यह भी कहा की निर्देश दिया कि राज्य में हिंसा की कोई और घटना न हो। यहां एक वर्ष से अधिक समय से जातीय हिंसा जारी है। बयान में शाह के हवाले से कहा गया कि गृह मंत्रालय दोनों समूहों, मेइती और कुकी से बात करेगा, ताकि जातीय विभाजन को जल्द से जल्द पाटा जा सके।
मीटिंग में आर्मी चीफ समेत कई अधिकारी थे शामिल
इस मीटिंग में आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, आईबी चीफ तपन डेका, अगले सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार, असम राइफल्स के डीजी, मणिपुर के चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी समेत सेना और गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। वही अमित शाह की मीटिंग में राज्य का प्रतिनिधित्व राज्य के सलाहकार कुलदीप सिंह और मुख्य सचिव विनीत जोशी ने किया। बैठक में सीएम एन बीरेन सिंह मौजूद नहीं थे।
2023 को भड़की थी हिंसा
मणिपुर में 3 मई 2023 को भड़की जातीय हिंसा भड़की थी। वही उसके बाद से हिंसक घटनाओं की खबरें आती रही हैं। हिंसा में 220 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। केंद्र सरकार राज्य में शांति की स्थापना के लिए हर संभव कोशिश में जुटी है।
राहत शिविरों में व्यवस्था की समीक्षा की
वही शाह ने राहत शिविरों में स्थिति की भी समीक्षा की, खासकर भोजन, पानी, दवाओं और अन्य बुनियादी सुविधाओं की उचित उपलब्धता के संबंध में। वही उन्होंने चल रहे जातीय संघर्ष को हल करने के लिए समन्वित दृष्टिकोण के महत्व को रेखांकित किया।
मारे जा चुके हैं 220 से अधिक लोग
बयान में कहा गया है कि केंद्र राज्य में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने में मणिपुर सरकार का सक्रिय रूप से समर्थन कर रहा है। बहुसंख्यक मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में राज्य के पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद 3 मई, 2023 को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़क उठी। तब से जारी हिंसा में कुकी और मैतेई दोनों समुदायों के 220 से अधिक लोग और सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं।