लखनऊ : पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है। (Dhananjay Singh) शनिवार यानी 27 अप्रैल को जेल में बंद बाहुबली के मामले पर सुनवाई करते हुए जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जमानत दी है। हालांकि, कोर्ट ने उनकी सात साल की सजा को बरकरार रखा है, जिसके चलते वो अभी फिलहाल चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
इसी के साथ इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की सजा को रद्द करने की मांग को भी खारिज कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब वो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं।
6 मार्च से जेल में हैं बंद (Dhananjay Singh)
बता दें कि जौनपुर की जिला अदालत के न्यायाधीश शरद चंद्र त्रिपाठी ने धनंजय सिंह को अपहरण और रंगदारी के मामले में सात वर्ष की सजा सुनाई थी। वादी अभिनव सिंघल ने 10 मई 2020 को जिले के लाइन बाजार थाने में सिंह समेत दो लोगों के खिलाफ अपहरण और रंगदारी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। धनंजय सिंह विगत छह मार्च से जौनपुर जिला कारागार में बंद थे।
अपहरण और रंगदारी मामले में मिली थी सजा
दरअसल, धनंजय सिंह को नमामि गंगे प्रोजेक्ट मैनेजर अभिनव सिंघल के अपहरण और रंगदारी मामले में जौनपुर की MP-MLA कोर्ट ने धनंजय सिंह को 7 साल की सजा सुनाई थी। इसके खिलाफ उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल कर ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी। इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान धनंजय के वकीलों ने कहा था कि धनंजय सिंह राजनीतिक साजिश का शिकार हुए हैं, उन्हें राजनीति के तहत फंसाया गया है।
पत्नी के लिए करेंगे प्रचार
वह सीधे तौर पर चुनावी मैदान में नहीं उतर पाएंगे, लेकिन अपनी पत्नी के लिए जौनपुर में प्रचार करते हुए धनंजय सिंह जरूर देखे जाएंगे। बता दें कि धनंजय सिंह को जौनपुर एमपी एमएलए कोर्ट से सजा होने के बाद बीएसपी के टिकट पर उनकी पत्नी श्रीकला रेड्डी इंतेखाबी मैदान में हैं। अब हाईकोर्ट से धनंजय सिंह को जमानत मिल गई है, तो वह जौनपुर में प्रचार करते हुए दिखाई देंगे।
सीधे तौर पर कह सकते हैं कि जौनपुर की लड़ाई बेहद रोचक हो चुकी है। बीजेपी ने जौनपुर से कृपा शंकर सिंह और एसपी गठबंधन से बाबू सिंह कुशवाहा उम्मीदवार हैं, तो वहीं, बीएसपी के टिकट पर धनंजय सिंह की पत्नी चुनावी मैदान में हैं।
READ ALSO: भारत आ रहे जहाज पर लाल सागर में हूती विद्रोहियों का हमला