मणिपुर/ Manipur Violence : मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। 400 से अधिक लोगों की भीड़ ने एसपी कार्यालय पर हमला कर दिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
इस घटना की जानकारी एक अधिकारी ने दी। यह घटना ऐसे समय में हुई जब जिला पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को एक वीडियो में कथित तौर पर हथियारबंद लोगों के साथ देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया गया।
Manipur Violence : हेड कांस्टेबल का वीडिया वायरल होने के बाद हुई घटना
चुराचांदपुर जिले के एसपी कार्यालय पर यह हमला एक हेड कांस्टेबल के वायरल वीडियो के बाद हुआ। बताया जाता है कि वायरल वीडियो में संबंधित हेड कांस्टेबल हथियारबंद व्यक्तियों के साथ बैठा हुआ दिखाई दे रहा है। विगत 14 फरवरी को वायरल हुए इस वीडियो में सियामलाल पॉल नामक हेड कांस्टेबल को हथियारबंद कुकी लोगों के साथ बैठे देखा जा रहा है।
Manipur Violence : पुलिस कार्रवाई, वीडियो में दिख रहा कांस्टेबल निलंबित
वीडियो सामने आने के बाद, चुराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे ने सियामलाल पॉल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही, उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
Manipur Violence : बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है। पिछले साल 3 मई को भी दोनों समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। हिंसा भड़कने के बाद, चुराचांदपुर जिले में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है, लेकिन तनाव अभी भी बरकरार है।
मुख्यमंत्री ने कहा- हमले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण
इस घटना पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने ट्वीट कर कहा, “चुराचांदपुर में एसपी कार्यालय पर हमला एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
सोशल मीडिया पर की जा रही शांति की अपील
हिंसा की इस घटना की सोशल मीडिया पर भी निंदा की जा रही है। लोग शांति और भाईचारे की अपील कर रहे हैं। मणिपुर में हिंसा की यह घटना चिंताजनक है। सरकार को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा देनी चाहिए।
साथ ही, दोनों समुदायों के बीच शांति और भाईचारे स्थापित करने के लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए।यह घटना मणिपुर में जातीय तनाव का एक और उदाहरण है। सरकार को इस मुद्दे को स्थायी रूप से हल करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
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