रांची : रांची जिला प्रशासन ने बेटियों को आत्मनिर्भर और आत्मसुरक्षित बनाने की दिशा में एक और सशक्त कदम उठाया है। “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” योजना के अंतर्गत कांके स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में आयोजित कराटे प्रशिक्षण सत्र में 360 छात्राओं को ऑरेंज बेल्ट प्रदान किया गया।
आत्मरक्षा के लिए मिल रहा विशेष प्रशिक्षण
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य बालिकाओं को आत्मरक्षा कौशल सिखाकर उन्हें खुद पर विश्वास और विपरीत परिस्थितियों से निपटने की क्षमता प्रदान करना है।
सत्र का संचालन जिला समाज कल्याण कार्यालय के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में शामिल सभी बालिकाओं को कराटे का द्वितीय स्तर – ऑरेंज बेल्ट प्रदान किया गया, जो उनके प्रशिक्षण पूर्ण करने का प्रमाण है।
अधिकारियों ने की छात्राओं की सराहना
कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुरभि सिंह, विद्यालय की वार्डन और शिक्षिकाएं भी उपस्थित थीं। अधिकारियों ने छात्राओं की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से बेटियों में न सिर्फ आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि वे हर प्रकार की सामाजिक और व्यक्तिगत चुनौतियों से निपटने के लिए भी तैयार होती हैं।
कराटे बेल्ट सिस्टम में ऑरेंज बेल्ट का क्या है महत्व
कराटे प्रशिक्षण में ऑरेंज बेल्ट आत्मरक्षा की प्रारंभिक उन्नत तकनीकों के ज्ञान को दर्शाता है। यह दर्शाता है कि छात्रा ने बुनियादी तकनीकों को सफलतापूर्वक सीख लिया है और अब वह अगले स्तर की ओर अग्रसर है।

