स्टेट डेस्क, रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बुधवार को एक बार फिर झारखंड के अलग-अलग जिलों में रहने वाले अलग-अलग कारोबारियों और राजनीतिक प्रभाव वाले लोगों की आवाज पर छापेमारी की। झारखंड के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव के रांची स्थित आवास पर छापेमारी की गई है। इसके अलावा देवघर में भी ईडी का छापा पड़ा है।
शराब व जमीन के कारोबार से जुड़े योगेंद्र तिवारी व उनके सहयोगी अभिषेक आनंद झा, कांग्रेस नेता मुन्नम संजय के आवास पर सुबह सात बजे के बाद टीम पहुंची। केंद्रीय बल के साथ ईडी की टीम ने कई ठिकानों पर एक साथ धाबा बोला।
उनके आवास के अलावा कार्यालय में भी टीम जांच करने पहुंची है। खोरादह स्थित गुप्ता गार्डन कार्यालय में भी टीम जांच कर रही है।जामताड़ा के मिहिजाम स्थित योगेंद्र तिवारी के दफ्तर में छापेमारी हुई है। दुमका के तिवारी आटोमोबाइल्स में भी रेड की सूचना है।
यह शोरूम खिजुरिया में है।दुमका में पवन शर्मा और तनिष्क शोरूम में रेड की खबर है।दुमका में अनिल सिंह नामक एक व्यक्ति के घर पर भी रेड की सूचना है। दुमका में कुल पांच जगहों पर छापेमारी हुई है।
शराब घोटाला में धनबाद में भी छापेमारी, ग्रेवाल कालोनी में दो ठिकानों पर छापा
धनबाद: शराब कारोबार में मनी लांड्रिंग के मामले में बुधवार को ईडी की टीम ने राज्य के 32 ठिकानों समेत धनबाद के दो ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें ग्रेवाल कालोनी स्थित ग्रेवाल अपार्टमेंट में रहने वाले बड़े रियल एस्टेट कारोबारी रितेश शर्मा के चचेरे भाई अभिषेक शर्मा और फेरस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संतोष मंडल के घर में छापेमारी की जा रही है। ईडी की टीम सुबह ही दोनों ठिकानों पर पहुंच गई थी। उसने अपने साथ सेंट्रल फोर्स को रखा था। बाहर फोर्स की तैनाती कर किसी को भी अंदर और बाहर जाने से मना कर दिया। ईडी ने अभी अभिषेक के भाई रितेश शर्मा को भी पूछताछ के लिए ग्रेवाल कालोनी बुलाया है। उससे भी पुछताछ की जा रही है।
आयकर के सर्वे में हुआ था खुलासा : बीते 21 मार्च को आयकर की टीम ने शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के यहां सर्वे किया था। जिसमें पता चला था कि उसने 15 करोड़ से अधिक की अघोषित संपत्ति अर्जित की है। इसमें आयकर ने भवानी फेरस प्राइवेट लिमिटेड को भी जांच में लिया था। ग्रेवाल कंपनी के संतोष मंडल कंपनी के निदेशक है। उन्होंने खुलासा किया था कि वह लोग 15 करोड़ रुपए अर्जित किए थे। इसी मामले को लेकर ईडी की टीम ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया और धनबाद में छापेमारी शुरु की। यह छापेमारी मंत्री रामेश्वर उरांव के घर में भी चल रही है।
अवैध बालू खनन में भी रितेश के घर ईडी ने दी थी दबिश:
बिहार में अवैध बालू खनन से करोड़ों की कमाई के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तीन माह पूर्व रितेश शर्मा सहित धनबाद के पुंज सिंह, जगनारायण
सिंह उर्फ जगन सिंह, सुरेंद्र जिंदल, अशोक जिंदल व मिथिलेश सिंह के आवास समेत उनके
कार्यालयों पर दबिश दी थी। ईडी ने उस वक्त रितेश शर्मा के घर से 30 लाख
रुपए नगद व कागजात बरामद किए थे। यह मामला चल ही रहा जिसके बाद अब शराब
घोटाले में भी रितेश शर्मा का नाम आ चुका है।
जामताड़ा : बहुचर्चित शराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी के चितरंजन रेलवे स्टेशन समीप आवासीय परिसर स्थित आर्या इन तथा एसबीआई शाखा समीप उसके व्यावसायिक कार्यालय में एक साथ ईडी टीम की छापेमारी चल रही है। चर्चित शराब घोटाले मामले में पश्चिम बंगाल के कोलकाता एवं झारखंड के ईडी टीम तीनों जगह पर सुबह करीब आठ बजे से छापेमारी कर रही है।

जामताड़ा में चल रही छापेमारी
ईडी के पदाधिकारी तीनों जगह पर कमरे में छापेमारी तथा दस्तावेज खंगाल रही है वहीं कमरे के बाहर अर्ध सैनिक बलों की तैनाती है। छापेमारी वाले जगहों में कोई भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। हालांकि ईडी की टीम इस संबंध में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। छापेमारी अभियान कब तक चलेगी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है।
निर्भय व वैभव शाहाबादी के आवासीय ठिकाने पर ईडी की कार्रवाई, चल रही जांच
गिरिडीह : शराब घोटाले की जांच गिरिडीह तक पहुंच गई है। ईडी की टीम यहां शराब कारोबार से जुड़े शाहाबादी परिवार के यहां आवासीय ठिकाने पर जांच कर रही है। छापेमारी सुबह 10 बजे के लगभग शुरू हुई है। रांची नंबर के दो वाहनों से यहां जांच टीम पहुंची और भाजपा के पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी व उनके पुत्र वैभव शाहाबादी के डाक्टर लेन स्थित आवास में जांच शुरू है।
टीम किसी को अंदर न जाने दे रही है और न किसी को बाहर निकलने। गेट के पास किसी को फटकने भी नही रही दे रही है। बाहर खड़े टीम के सदस्य ने बगैर अपनी पहचान दिए इतना बताया कि जांच चल रही है। यहां खड़े न रहें।
सूत्रों के मुताबिक बहुचर्चित शराब कारोबारी योगेन्द्र तिवारी के चितरंजन समेत राज्य के कई ठिकानों में भी जांच चल रही है। ईडी के पदाधिकारी दस्तावेज खंगाल रहे है। ईडी की टीम इस संबंध में कुछ भी बताने को फिलहाल तैयार नहीं है। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाले से जुड़ रही है। फिलहाल शहर में छापेमारी की चर्चा जोरों पर है।