पटना : बिहार के एक अस्पताल से एक अजीब घटना सामने आई है। वहां डॉक्टर ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया था, वो भी बिना उसकी नब्ज चेक किए। इसके बाद जैसे ही लोग उसे उठाने आए, तथाकथित मृत व्यक्ति खुद ही उठ खड़ा हुआ।
दरअसल यह घटना 23 सितंबर को बिहार शरीफ के सदर अस्पताल की है, जहां एक सफाई कर्मचारी ने सभी को सूचित किया कि अस्पताल के शौचालय का दरवाजा सुबह से बंद पड़ा है। कर्मचारियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
मौके पर पहुंच कर पुलिस और अस्पताल कर्मचारियों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा। भीतर एक आदमी फर्श पर गिरा हुआ था। मौजूद लोगों को लगा वह मृत है। इसके बाद अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.जितेंद्र कुमार सिंह को बुलाया गया। उन्होंने भी बिना नब्ज टटोले उसे मृत घोषित कर दिया और आदेश दिया कि बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाएं।
जैसे ही उस व्यक्ति के कानों में पोस्टमॉर्टम में जाने की बात पड़ी, वह उठ खड़ा हुआ। पहले तो सभी चौंके और फिर हंसने लगे। पुलिस के अनुसार, युवक का नाम राकेश कुमार है। वह जिराइन गांव का रहने वाला है। वह सदर हॉस्पिटल दवा लेने पहुंचा था।
पुलिस ने बताया कि वह नशे में धुत था और इसी कारण वह शौचालय में बेहोश होकर पड़ा हुआ था। पुलिस उसे पकड़ कर थाने ले गई। उसके साथ कोई मारपीट नहीं हुई, लेकिन लोगों का हुजूम उसे देखने पहुंच गया था।


