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हरिणा दिशुम सरहुल पूजा मे उमड़ा जनसैलाव, चार राज्य से 30,000से अधिक लोग जुटे

by Rakesh Pandey
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जमशेदपुर/Harina Dishum Sarhul Puja: पूर्वी सिंहभूम जिले में पोटका प्रखंड के हरिणा स्थित मागाड़बुरू दिशुम जाहेरथान में आदिम भूमिज मुंडा समाज कल्याण समिति बुनुडीह की ओर से दिशुम हादी बोंगा (सरहुल पूजा) का आयोजन गुरुवार को धूमधाम के साथ मनाया गया। इस आयोजन मे झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम से 30, 000 से अधिक लोग जुटे।

यहां पूजा-अर्चना दिशुम नाया सुशांत सरदार के नेतृत्व में किया गया, जिसके साथ विभिन्न राज्य से आये नायाओं ने भाग लिया। सरहुल पूजा के पश्चात जाहेरथान से आखड़ा तक नाया दारोम (पुजारी स्वागत) में विशाल शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे स्थानीय विधायक संजीब सरदार उपस्थित थे, जो दोपहर से शाम तक कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

नाया दारोम के पश्चात आकर्षक सरहुल नृत्य किया गया, जहां विभिन्न क्षेत्र से आए 500 से अधिक गांव के लोगों ने एक साथ सामूहिक नृत्य किया। यहां झारखंडी संस्कृति की एक बड़ी झलक देखने को मिली। इस आयोजन की सभी ने प्रशंसा की।

Harina Dishum Sarhul Puja: प्रकृति पूजा की अनुपम मिसाल : संजीब सरदार

इस मौके पर विधायक संजीब सरदार ने पत्रकारों से कहा कि सरहुल पूजा आदिवासी समुदाय का प्रमुख प्रकृति पूजा है, जहां आदिवासी समाज के लोग अपने-अपने पूजा स्थल के जाहेरथान में शामिल होकर पूजा-अर्चना कर क्षेत्र के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। इस पूजा में साल फूल का विशेष महत्व होता है। पूजा-अर्चना साल वृक्ष के फूल से किया जाता है। विधि के अनुसार मुर्गे की बलि दी जाती है। शाम को नाया दारोम में पुजारी सभी को साल फूल देकर आशीर्वाद देता है।

इस दौरान गाल में गुंड़ी (चावल का पाउडर) लगाते हैं। हरिणा में आदिम भूमिज मुंडा समाज कल्याण समिति की ओर से आयोजित की जानेवाली दिशोम सरहुल पूजा भूमिज समाज का एक ऐतिहासिक आयोजन है, जहां झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम में रहने वाले हजारों की संख्या में भूमिज समाज के लोग शामिल हुए।

Harina Dishum Sarhul Puja: ये रहे मौजूद

हरिणा दिशोम हादी (सरहुल पूजा) के दौरान झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम के लोग पहुंचे, जिनमें पोटका के विधायक संजीब सरदार के अलावा पूर्व विधायक मेनका सरदार, जिला पार्षद सोनमणी सरदार, उपप्रमुख उर्मिला सामाद, मुखिया सरस्वती मुर्मू, असीत सरदार, जिमा सरदार, नीरू सरदार, कालीपदो सरदार, देवी भूमिज, पानो सरदार, संगीता सरदार, इरा सिंह सरदार, समाजसेवी सिदेश्वर सरदार, सुनील महतो, बज्रांकन दंडपात, पिंटू गुप्ता, दिनेश सरदार, गुलाब सरदार, मेयालाल सरदार, उपेंद्र नाथ सरदार, रथु सिंह समेत सैकड़ों गणमान्य उपस्थित रहे।

आयोजन को सफल बनाने मे अध्यक्ष श्रीपित सरदार, सचिव रघुनाथ सरदार, कोषाध्यक्ष फुलचांद सरदार, मनोरंजन सरदार, दीपक सरदार, भरत सरदार, मुखिया असीत सरदार, कालीपदो सरदार, मुखिया अभिषेक सरदार, चंका सरदार, गोपीनाथ सरदार, भुवनेश्वर सरदार, अवित्र सरदार, मनोज सरदार, मोहनलाल सरदार, संजय सरदार, लाल सरदार, बुद्धेश्वर सरदार, हिरो सिंह सरदार, मनोहर सरदार, सतीश सरदार, ईश्वरलाल सरदार, बिहारी लाल सरदार, भृगुराम सरदार, मोनिका सिंह, दमयंती सिंह, संतला सरदार, अशोक सरदार, भीमसेन सरदार, मघु सरदार आदि का सराहनीय योगदान रहा।

 

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