नई दिल्ली : भारत सरकार के सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के परिणामस्वरूप भारत के रक्षा बजट में ₹50,000 करोड़ की वृद्धि हो सकती है। यह वृद्धि पूरक बजट के माध्यम से की जाएगी, जिससे कुल रक्षा आवंटन ₹7 लाख करोड़ के पार पहुंच जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार सुबह NDTV ने सरकारी सूत्रों के हवाले से दी।
2025-26 के रक्षा बजट में वृद्धि
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को पेश किए गए केंद्रीय बजट में सशस्त्र बलों के लिए ₹6.81 लाख करोड़ का आवंटन किया था, जो पिछले वर्ष के ₹6.22 लाख करोड़ से 9.2% अधिक था। यह रक्षा मंत्रालय का अब तक का सबसे बड़ा आवंटन है, जो कुल केंद्रीय बजट का 13% है।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान के खिलाफ भारत की रणनीतिक कार्रवाई
22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की हत्या के बाद, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी शिविरों पर सटीक हवाई हमले किए। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना के राफेल विमान, SCALP मिसाइलें, AASM हैमर ग्लाइड बम, ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें और भारतीय सेना की Indo-Israeli SkyStriker लूटरिंग म्यूनिशन का उपयोग किया गया। भारत ने दावा किया कि इन हमलों में पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया, बल्कि आतंकवादी ढांचों को ही लक्षित किया गया था।
स्वदेशी रक्षा प्रणालियों की भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की स्वदेशी रक्षा प्रणालियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। विशेष रूप से, ‘आकाश’ मिसाइल रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान द्वारा दागे गए ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. प्रहलाद रामाराव, जो आकाश प्रणाली के प्रमुख विकासकर्ता हैं, ने इसे ‘सारा आकाश हमारा’ के रूप में प्रस्तुत किया है। इसके अलावा, ‘भार्गवास्त्र’ प्रणाली, जो एक कम लागत वाली काउंटर-ड्रोन प्रणाली है, का सफल परीक्षण ओडिशा के गपालपुर में किया गया।
घरेलू उत्पादन को बढ़ावा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद घरेलू रक्षा उपकरणों के उत्पादन को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि हम अन्य देशों से रक्षा उपकरण खरीदते हैं, तो हम अपनी सुरक्षा को दूसरों के हाथों में सौंप रहे हैं, जो दीर्घकालिक समाधान नहीं हो सकता।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और संघर्ष
पाकिस्तान ने भारत के हवाई हमलों के बाद अपनी सैन्य सुविधाओं पर जवाबी हमले किए। हालांकि, भारतीय वायुसेना और सेना ने इन हमलों का प्रभावी तरीके से मुकाबला किया। भारत ने पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया, लेकिन आतंकवादी ढांचों को लक्षित किया। इस संघर्ष में भारत के 5 सैनिक शहीद हुए, जबकि पाकिस्तान ने 15 नागरिकों की मौत और 43 अन्य को घायल होने की सूचना दी।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान अपनी आतंकवादी गतिविधियों को बंद नहीं करता, तो भारत फिर से कार्रवाई करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का आतंकवाद के प्रति दृष्टिकोण अब हमेशा के लिए बदल चुका है।
यह घटनाक्रम भारत की रक्षा नीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है, जिसमें स्वदेशी रक्षा प्रणालियों का महत्व बढ़ रहा है और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।