रांची : जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज का भव्य नागरिक स्वागत और धर्मसभा का आयोजन हरमू राेड स्थित मारवाड़ी भवन में किया गया। इस दौरान शंकराचार्य महाराज ने कहा कि भारतीय सभ्यता सत्य, अहिंसा और धर्म के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने युवाओं से अपनी संस्कृति और धर्म की जड़ों से जुड़े रहने की अपील की और आधुनिकता और परंपरा में संतुलन रखने को जरूरी बताया।
शंकराचार्य ने कहा कि गौ माता को राष्ट्रीय माता घोषित किया जाना चाहिए और सनातन धर्म बोर्ड का गठन होना चाहिए। ताकि सभी मंदिरों का संचालन बेहतर हो सके। उन्होंने धर्मांतरण को गंभीर समस्या बताते हुए कहा कि इसके विरुद्ध कठोर कानून बनाने की जरूरत है। शंकराचार्य ने रांची शहर को धार्मिक एवं आध्यात्मिक नगर बताया और कहा कि यहां के श्रद्धालुओं में धर्म के प्रति आस्था सबसे ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में धार्मिक चेतना और मानसिक शांति को बढ़ावा मिलता है। मौके पर रांची की प्रमुख सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने शंकराचार्य को अंग वस्त्र, माला और प्रतीक चिह्न देकर अभिनंदन किया। इस मौके पर समिति के मुख्य संयोजक विनय सरावगी, गौ सेवा आयोग अध्यक्ष राजीव रंजन, संजय सर्राफ, बसंत मित्तल, रवि शंकर शर्मा और मनोज बजाज सहित अन्यत शामिल थे।