जयपुर : जयपुर के सांगानेर क्षेत्र के प्रतापनगर सेक्टर-3 में वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को असामाजिक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। इस घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने जयपुर-टोंक रोड पर जाम लगाया, बाजार बंद करवा दिए और टायर जलाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।
कैसे हुई घटना?
वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को तोड़े जाने से स्थानीय समुदाय के लोग नाराज हो गए और उन्होंने सड़क जाम कर दी। इस दौरान वे शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नारेबाजी करते हुए भारी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर राजनीतिक हस्तियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटना की कड़ी निंदा की और जयपुर पुलिस कमिश्नर से अपील की कि दोषियों को जल्द पकड़ा जाए और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं जन-आस्था के साथ खिलवाड़ हैं और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राजस्थान सरकार की पहल:
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने मार्च 2023 में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य इस समुदाय की स्थिति का जायजा लेना और उनके पिछड़ेपन को दूर करने के लिए सुझाव देना था। इस तरह की घटनाओं से इस समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचती है, जिसे सरकार को गंभीरता से लेना होगा।
पहले भी हुए हैं विरोध-प्रदर्शन
यह पहली बार नहीं है जब वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को लेकर विवाद हुआ हो। अप्रैल 2023 में, बाड़मेर जिले के तिलक नगर में भी वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति हटाने के प्रयास के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी शामिल हुए थे।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
वर्तमान में जयपुर की घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास कर रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति को जल्द नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

