कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले का एक गांव रहस्यमय बीमारी की चपेट में आ गया है। इस रहस्यमय बीमारी के कारण मौतों का सिलसिला जारी है। अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें एक छह वर्षीय लड़की भी शामिल है। पिछले एक महीने में इस बीमारी के कारण तीन परिवारों के 11 बच्चों और तीन बुजुर्गों की मौत हो चुकी है, जिससे गांव के लोग दहशत में हैं।
मौतों का सिलसिला बढ़ा
राजौरी जिले के कोटरंका उपमंडल के बधाल गांव में ये रहस्यमय मौतें हुई हैं। सोमवार को एक अन्य बुजुर्ग की मौत हुई, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ गई। अधिकारियों के मुताबिक, पिछले महीने दो परिवारों के नौ लोगों की संदिग्ध कारणों से मौत हो गई थी। शुरुआती जांच में यह मौतें खाद्य विषाक्तता के कारण मानी जा रही थीं, लेकिन धीरे-धीरे और अधिक लोगों में समान लक्षण पाए गए, जिसके बाद सरकार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए जांच तेज कर दी।
जांच के लिए विशेषज्ञों की टीमें गठित
स्वास्थ्य विभाग ने कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीमें क्षेत्र में भेजी हैं, जिसमें पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पीजीआई चंडीगढ़, एम्स दिल्ली और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं। इन टीमों ने गांव का दौरा किया और संभावित स्वास्थ्य खतरों की पहचान करने के लिए नमूने एकत्र किए हैं।
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने माना था कि इन रहस्यमय मौतों का कारण वायरल संक्रमण हो सकता है, लेकिन इस पर पूरी तरह से निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
साफ पानी और भोजन की गुणवत्ता की जांच
वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इलाके में पानी और खाद्य सामग्री के सैंपल ले रहे हैं, ताकि किसी भी प्रकार की विषाक्तता या संक्रमण के कारणों का पता लगाया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में आवश्यक आपूर्ति की गुणवत्ता और सुरक्षा की जांच की जा रही है।
इलाज जारी, राहत की व्यवस्था
जहां एक ओर कई मौतें हुई हैं, वहीं दो बच्चों का इलाज अभी भी अस्पताल में जारी है। इन बच्चों के इलाज के लिए जम्मू के अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि अगर किसी को भी मेडिकल सहायता की आवश्यकता होती है, तो इसके लिए एम्बुलेंस और मोबाइल मेडिकल यूनिट तैयार रखी गई है।
राज्य प्रशासन की तत्परता
राजौरी के उपायुक्त अभिषेक शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से स्थिति का निरीक्षण किया और यह सुनिश्चित किया कि समय पर राहत उपलब्ध हो सके। स्वास्थ्य विभाग की समर्पित टीम के साथ मिलकर उन्होंने इस क्षेत्र में हो रही घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए जिला नियंत्रण कक्ष या स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क करें और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करें।
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