लखनऊ: राजधानी लखनऊ के एक रिहैबिलिटेशन सेंटर में बुधवार रात को खाना खाने के बाद 33 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद इन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना में अब तक 4 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 15 से अधिक बच्चों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है। इस दुखद घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है, और उच्च अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
मोहान रोड के निर्वाण रिहैबिलिटेशन सेंटर में हुई घटना
यह घटना पारा थाना क्षेत्र स्थित मोहान रोड पर बने निर्वाण रिहैबिलिटेशन सेंटर की है। बुधवार रात को यहां बच्चों को रात का खाना परोसा गया था, जिसके बाद उनकी हालत खराब हो गई। आननफानन में इन बच्चों को लोकबंधु और बलरामपुर अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉक्टरों की टीम बच्चों के इलाज में जुटी हुई है।
लोकबंधु अस्पताल में भर्ती हैं 15 से अधिक बच्चे
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि बच्चों को जैसे ही बीमार होने की सूचना मिली, उन्हें तुरंत बेहतर इलाज देने के निर्देश दिए गए। लोकबंधु अस्पताल में वर्तमान में 15 से अधिक बच्चे भर्ती हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों ने कहा कि कुछ बच्चों की हालत में सुधार हो चुका है, जबकि बाकी बच्चों की हालत स्थिर बनी हुई है। बलरामपुर अस्पताल में भर्ती सूरज नामक बच्चे की भी मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने दी बेहतर इलाज की हिदायत
इस दुखद घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों का दौरा लगातार जारी रहा। लखनऊ मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब, प्रमुख सचिव लीना जौहरी और डीएम लखनऊ ने गुरुवार सुबह अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल-चाल लिया। इस दौरान अधिकारियों ने बच्चों के इलाज में कोई कमी न हो, इसके लिए डॉक्टरों से फीडबैक लिया और बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित करने की हिदायत दी।
फूड विभाग की टीम करेगी जांच: मंडलायुक्त
मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बच्चों की हालत अब स्थिर है, और इलाज जारी है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के लिए नगर निगम और फूड विभाग की टीम को सक्रिय किया गया है। इसके साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि रिहैब सेंटर ने अस्पताल को घटना की जानकारी सही समय पर दी थी या नहीं।
रिहैब सेंटर की समय-समय पर होती है जांच
डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा समय-समय पर राजकीय बाल गृह सेंटर और रिहैबिलिटेशन सेंटर का निरीक्षण किया जाता है। हाल ही में निर्वाण रिहैब सेंटर का भी निरीक्षण किया गया था, जिसमें बच्चों की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं ठीक पाई गई थीं। हालांकि, कुछ व्यवस्थाओं के लिए बजट की कमी की बात सामने आई थी, जिसे पहले ही अप्रूव किया जा चुका था।
दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
लोकबंधु अस्पताल में भर्ती रेनू और दीपा समेत दो अन्य बच्चों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद लखनऊ प्रशासन ने एक गहन जांच का आदेश दिया है और सभी पहलुओं की छानबीन की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि यह घटना गंभीर है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे ने रिहैब सेंटर में बच्चों की सुरक्षा और वहां दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
जल्द ही रिपोर्ट आने की उम्मीद
प्रशासन इस मामले में पूरी सख्ती से जांच कर रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके। अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की पूरी देखभाल की जा रही है, और जो बच्चे स्वस्थ हो चुके हैं, उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। फिलहाल, सभी संबंधित विभागों को मामले की जांच में लगाया गया है, और जल्द ही रिपोर्ट आने की उम्मीद है।