पूर्णिया : बिहार के पूर्णिया जिले के मरंगा थाना क्षेत्र में स्थित बियाडा इंडस्ट्रियल इलाके में एक बैटरी फैक्ट्री में आग लगने की घटना ने हड़कंप मचा दिया। शुक्रवार को हुई इस घटना ने इलाके में एक बड़ा हादसा होने से टाल गया, लेकिन आग के कारण लाखों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई।
आग का कारण और घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, बैटरी फैक्ट्री के गैस चेंबर में वेल्डिंग का काम चल रहा था। इसी दौरान शॉर्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई और देखते ही देखते आग की लपटें तेज़ होने लगी। आग इतनी भीषण थी कि वहां से धुआं का गुब्बार उठने लगा, आस-पास के लोग घबराकर वहां से भागने लगे। फैक्ट्री में काम कर रहे लोग किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
फायर ब्रिगेड की तत्परता से बची कई जानें
सूचना मिलने के बाद मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी तुरंत पहुंची। फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाने के लिए तत्परता दिखाते हुए आग को बुझा लिया। यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी, क्योंकि बियाडा इंडस्ट्रियल इलाके में कई बड़ी फैक्ट्रियों और गोदामों में ज्वलनशील पदार्थ रखे जाते हैं। इस कारण से आसपास के लोगों और कर्मचारियों में एक दहशत का माहौल बन गया था।
आग से नुकसान और राहत
हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। बैटरी फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों और अन्य कर्मचारियों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया। फायर ब्रिगेड के प्रयासों से बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, आग के कारण फैक्ट्री की लाखों रुपये की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई, लेकिन इसमें कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
ज्वलनशील पदार्थों के कारण चिंता
इस घटना के बाद लोगों में यह चिंता और बढ़ गई है कि बियाडा जैसे इंडस्ट्रियल इलाकों में जहां पर ज्वलनशील पदार्थों का भंडारण होता है, वहां सुरक्षा की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। क्योंकि अगर आग की लपटें और तेज होतीं, तो इससे आसपास की अन्य फैक्ट्रियों और गोदामों को भी नुकसान हो सकता था। स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने इस घटनाक्रम पर गंभीरता से विचार करना शुरू कर दिया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
संभावित कारण और सुरक्षा उपाय
प्रारंभिक जांच के अनुसार, शॉर्ट सर्किट ही आग लगने का मुख्य कारण बताया जा रहा है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए वेल्डिंग और अन्य कामों के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन किया जाना चाहिए। इसके अलावा, सभी इंडस्ट्रियल इलाकों में फायर सेफ्टी उपकरणों की नियमित जांच और रखरखाव की आवश्यकता है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी है। आग की भीषण लपटों से बचे कर्मचारियों ने राहत की सांस ली, लेकिन साथ ही साथ यह घटना भविष्य में किसी बड़े हादसे का संकेत भी देती है, जिसके लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
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