चाईबासा : एनजीटी की रोक हटते ही नदियों से बालू की चोरी शुरू हो गयी है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं होने की वजह से बालू चोर नदियों से चोरी-छिपे बालू का अवैध खनन व परिचालन में लग गये हैं। प्रशासनिक पदाधिकारियों की आंख में धूल झोंकने के लिए अवैध खनन व परिचालन के लिए बालू माफिया फर्जी ब्लैंक चालान का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस पर्दाफाश जिला खनन विभाग की जांच में शनिवार को हुआ है। मामले में खनन विभाग ने 500 सीएफटी बालू लदा हाइवा जब्त करने के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
जांच में इनके पास से ओडिशा के बालू घाट से निर्गत ब्लैंक चालान भी मिला है। बताया जा रहा है कि जिला खान विभाग को गुप्त सूचना मिली कि गुवा क्षेत्र में बालू का अवैध परिचालन किया जा रहा है। इस सूचना के बाद खान निरीक्षक सुनील कुमार ने पुलिस की सहायता से गुवा थाना क्षेत्र में वाहनों की जांच शुरू की। वाहन जांच के क्रम में अवैध बालू लोड हाईवा को 500 घनफीट बालू के साथ जब्त किया गया। साथ ही साथ वाहन चालक लक्ष्मण सिरका और हाइवा मालिक बालेश्वर गोप को भी पकड़ लिया गया।
ब्लैंक चालान से अवैध बालू की ढुलाई कर रहे धंधेबाजों को खान विभाग ने पकड़ा
खान निरीक्षक ने मामले में गुवा थाने में वाहन मालिक बालेश्वर गोप, चालक लक्ष्मण सिरका एवं ओडिशा के दो बालू घाटों के संचालक उदयनाथ महतो व जे लोहार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए जब्त हाइवा व बालू को पुलिस की अभिरक्षा में रखवा दिया है। खान निरीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों के पास से एक ब्लैंक चालान मिला है। इसका इस्तेमाल ये लोग अधिकारियों की आंख में धूल झोंकने के लिए करते हैं। जैसे ही कोई इन्हें पकड़ता है तो चालाकी से उस चालान में उसी दिन की तिथि डालकर उसे दिखाकर बच जाते हैं। खान निरीक्षक ने संभावना जतायी है कि उक्त बालू चाईबासा के किसी बालू घाट से गुवा ले जाया जा रहा था।
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