जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में न सिर्फ देश से बल्कि विदेशों से भी ज्योतिषाचार्य (Jyotisacharya) पहुंच रहे हैं। बिष्टुपुर स्थित आंध्र भक्त श्री राम मंदिर प्रांगण में आयोजित इस सम्मेलन में पहले दिन यानी शुक्रवार को भारी भीड़ उमड़ी। एशियाई ज्योतिष सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि बिहार सरकार के पूर्व कला एवं संस्कृति मंत्री सह वर्तमान विधायक सहरसा डॉ. आलोक रंजन ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि डाक्टर एवं मरीज की कुंडलियों के मिलान उपरांत इलाज सफल होता देखा गया है।
उसी प्रकार से यदि सभी संस्थाएं अपनी भर्ती प्रक्रियाओं में भी यदि अभ्यर्थी की कुंडली से संस्था का तालमेल बैठाकर ज्योतिष सामंजस्य अनुरूप परामर्श लें तो दोनों को विशेष लाभ मिलेगा। इसी तरह यदि स्कूल कालेज जैसे संस्थान भी विद्यार्थियों के लिए ज्योतिष परामर्श का लाभ उपलब्ध कराएंगे तो उनको उनके अकादमिक यात्रा के दौरान होने वाले चिंता-अवसाद से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक स्वरूप में ज्योतिष को मन, शरीर, और आत्मा के तृतीयक संबंध को समझने का एक सटीक माध्यम माना जाता है, जिससे व्यक्ति अपनी आत्मा की ऊंचाइयों की ओर बढ़ सकता है।
सम्मेलन में कहां-कहां से आएं ज्योतिषाचार्य
सम्मेलन में नेपाल से आए आचार्य लक्ष्मण पती, दिल्ली से आए डॉ. भारत भूषण भारद्वाज ने भी अपना अनुभव साझा किया। वहीं, देश के विभिन्न राज्यों से भी ज्योतिषी पहुंचे हैं। शनिवार को श्रीलंका, आस्ट्रेलिया, कनाडा व अन्य देशों से भी ज्योतिषाचार्य पहुंचेंगे। इसका लाभ शहरवासी उठा सकते हैं। यह बिल्कुल नि शुल्क है।
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