– हंगामेदार रही कमेटी मीटिंग, उठे कर्मचारी हित के कई मुद्दे
जमशेदपुर : TATA STEEL WORKERS UNION: टाटा स्टील के एनएस ग्रेड के कर्मचारियों को पुराने ग्रेड के कर्मचारियों की तरह रिटायरमेंट के बाद मेडिकल सुविधा मिलेगी या नहीं, इसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। इस मुद्दे पर सोमवार को कमेटी मीटिंग के दौरान यूनियन उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष आर रवि प्रसाद के समय जो समझौता हुआ है, उसके अनुसार कंपनी के सभी कर्मचारियों को यह सुविधा मिलेगी। बाद में अध्यक्ष संजीव उर्फ टुन्नू चौधरी ने भी यही बात दोहराई।
कमेटी मेंबरों के सवालों के जवाब में टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने कहा कि पहली बार कमेटी मेंबरों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। पहले भी कमेटी मेंबरों पर कार्रवाई होती रही है। वर्तमान यूनियन पदाधिकारी संजय सिंह के पिता बीबी सिंह 13 महीने तक सस्पेंड रहे हैं। इसलिए आगे भी..। एनएटीटी (नई कंपनी) मुझे धरोहर के रुप में मिली है। ईसीबीएस 2.0 मेरे कार्यकाल में लागू हुआ है, जबकि यह कब आया था सभी जानते हैं। काठमांडू में गेस्ट हाउस तय नहीं हो सका है। क्योंकि वहां के होटल द्वारा टेक्सेशन सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है। पुरी गेस्ट हाउस का फीडबैक भी अच्छा नहीं है। वहां कोई घोटाला नहीं हुआ है, पर कर्मचारी गेस्ट हाउस बुक कराते हैं। दिन भर घूमते हैं। और रात में सात-आठ साथियों को रुम में रखते हैं और गमछा पहनकर स्विमिंग पूल में कूद जाते हैं। पुरी गेस्ट में किसी को छूट नहीं दी जाती है।
मीटिंग की शुरुआत सुबह 9 बजे हुई जो दिन के करीब पौने तीन बजे तक चली।
मीटिंग की शुरुआत तय एजेंडा के अनुसार श्रद्धांजलि, पिछली कार्यकारिणी समिति की बैठक की कार्यवाही विवरण की पुष्टि, मार्च से मई तक के एकाउंट्स की पुष्टि और फिर अध्यक्ष की अनुमति से एनी आदर मैटर को शामिल किया गया। हालांकि एकाउंट्स पर चर्चा के दौरान यूनियन कर्मचारियों के पीएफ का मुद्दा उठाया, जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि वे इस मामले को ऑडिटर के पास रखकर जो भी नियमसम्मत है, उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे।
अध्यक्ष ने आगे कहा कि यूनियन में जो थ्री टियर व्यवस्था वर्षों से चल रही है, वह आगे भी चलती रहेगी। टीएमएच का आरओ अब तक नहीं करा पाए हैं, लेकिन जल्द ही इस दिशा में पहल होगी। जल्द ही टीएमएच जीएम व कमेटी मेंबरों की बैठक होगी। इसके साथ ही एमडी और कमेटी मेंबरों की भी बैठक होगी। सम्मानजनक एलटीसी और ग्रेड रिवीजन कराया जाएगा।
इस दौरान यूनियन के सेमिनार हॉल समेत कई प्रमुख स्थान के एसी खराब होने से होने वाली परेशानी जिक्र करते हुए इसे ठीक कराने की अनुमति मांगी, जो हाउस से मिल गया। हालांकि अध्यक्ष ने यूनियन के मुखर विरोधी नेता अरविंद पांडेय द्वारा नई कंपनी व यूनिफार्म वेज रिवीजन समझौता की कॉपी, कमेटी मेंबरों की संख्या कम करने पर अध्यक्ष से जवाब मांगा। वहीं, आरके सिंह द्वारा फ्लैट रिपेयर, कैंटीन की क्वालिटी में सुधार, महिला कर्मचारियों के लिए फ्लेक्सी पंच जैसे अहम मुद्दा उठाए गए, जिस पर अध्यक्ष ने कोई जवाब नहीं दिया। चार्टर ऑफ डिमांड पर चर्चा का जवाब देते हुए अध्यक्ष ने कहा कि वैसा सुझाव मत दीजिएगा कि कंपनी घर के लिए जमीन दे और बनाने के लिए लोन दे। मालूम हो कि करीब 15 साल पहले यूनियन का मुख्य एजेंडा कर्मचारियों को अपना घर दिलाने का सपना था, जिसे संजोकर कर्मचारी आज भी उस आस में है पर अध्यक्ष ने स्पष्ट कर दिया कि यह संभव नहीं है।
TATA STEELमीटिंग में प्रमुखता से उठे ये मुद्दे
कमेटी मेंबरों ने मुख्य रुप से गेस्ट हाउस की बुकिंग में एनएस ग्रेड के कमेटी मेंबरों को रियायत, ईसीबीएस का पासिंग स्कोर 75 प्रतिशत से कम करने, चार्टर ऑफ डिमांड पर चर्चा के बाद प्रबंधन को देने टीएमएच चार से लंबित आरओ, कैंटीन की क्वालिटी बेहतर करने, एलटीसी व आईबी पर प्वाइंट समझौता करने का मुद्दा उठा।
TATA STEEL: इन कमेटी मेंबरों ने किए सवाल
ओमप्रकाश शर्मा, अरविंद पांडेय, आरसी झा,धर्मेंद्र उपाध्याय, शिवेश वर्मा, संतोष पांडेय, राकेश कुमार सिंह, दिनेश्वर कुमार, विमल कुमार, आरके सिंह आदि।
अध्यक्ष के कहने पर बना क्लब हाउस का अध्यक्ष : महामंत्री
महामंत्री को क्लब हाउस का पदाधिकारी बनाए जाने तथा यूनियन पदाधिकारियों के बीच मतभेद का मुद्दा कमेटी मेंबरों द्वारा उठाने पर महामंत्री ने कहा कि अध्यक्ष के कहने पर मैं क्लब हाउस का पदाधिकारी बना। क्लब हाउस का पदाधिकारी बनने में मुझे कोई रुचि नहीं है और मेरे पास समय भी नहीं है। मेरा किसी के साथ कोई मतभेद नहीं है। यूनियन एक है और सभी समझौता एक साथ करते हैं।
TATA STEEL: कमेटी मीटिंग में मौजूद रहा बाहरी व्यक्ति
टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग में सिर्फ यूनियन के कमेटी मेंबर ही मौजूद रहते हैं। लेकिन सोमवार को हुई मीटिंग के दौरान यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी का अंगरक्षक पूरी मीटिंग के दौरान कमेटी मेंबरों की बीच बैठा रहा। यह पहला मौका है जब कोई बाहरी व्यक्ति यूनियन के कमेटी मीटिंग में कमेटी मेंबरों के साथ बैठा रहा।