हेल्थ डेस्क, रांची : झारखंड में दुर्गापूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है। सप्तमी के दिन सुबह से ही पूजा पंडालों में भीड़ देखी जा रही है। अत्याधिक भीड़ होने की वजह से जमशेदपुर में जगह-जगह पर जाम लगी हुई है। हालांकि, इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पुख्ता तैयारी की गई है। यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अलग रूट तैयार किया गया है। ताकि पूजा घूमने के दौरान लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इधर, राज्य के विभिन्न जिलों में सरकारी व निजी अस्पतालों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
पूर्वी सिंहभूम जिले में 20-20 बेड आरक्षित
पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने सिविल सर्जन डा. जुझार माझी व महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. रविंद्र कुमार को पत्र लिख दिशा-निर्देश दिया था, जिसे सिविल सर्जन व अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है। डीसी ने कहा है कि दुर्गा पूजा-2023 के अवसर पर शांति एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इसमें सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया था। उधर, डीसी के निर्देश के बाद एमजीएम और सदर अस्पताल में 20-20 बेडों को सुरक्षित रखा गया है, ताकि आपात स्थिति में उसका उपयोग किया जा सके।
डॉक्टर व कर्मचारियों का अलग रोस्टर तैयार, कुछ का छुट्टियां भी रद्द
दुर्गापूजा को ध्यान में रखते हुए सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ऐसे में इसे लेकर चिकित्सक व कर्मचारियों का अलग रोस्टर तैयार किया गया है। वहीं, कुछ चिकित्सक व कर्मचारियों की छुट्टी भी रद्द कर दी गई है। ड्यूटी में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
24 को बंद रहेगा ओपीडी
दुर्गापूजा के दौरान शहर के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों के ओपीडी खुला रहेगा। सामान्य दिनों की तरह ही मरीजों की इलाज व जांच होगी। वहीं, विजयादशमी के दिन यानी 24 अक्टूबर को शहर के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों के ओपीडी बंद रहेंगे। ऐसे में अगर किसी मरीज को परामर्श लेना हो या फिर किसी तरह की जांच करानी हो तो वे 24 अक्टूबर से पूर्व करा सकते हैं।
जमशेदपुर के 18 विसर्जन घाटों पर तैनात रहेगी मेडिकल टीम
दुर्गापूजा विसर्जन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुल 18 मेडिकल टीम गठित की गई है। इस टीम में डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ, फार्मासिस्ट एंबुलेंस सहित जमशेदपुर के 18 विसर्जन घाटों पर तैनात रहेगी। ताकि किसी तरह की आवश्यकता पड़ने पर उनकी मदद ली जा सकें।
पूजा-पंडालों में मिल रहा डेंगू जागरूकता का संदेश
जमशेदपुर में डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर पूजा पंडालों से इससे बचाव का संदेश दिया जा रहा है। उक्त निर्देश जिला प्रशासन की ओर से दिया गया है। वहीं, इसपर निगरानी के लिए एक टीम भी गठित की गई है। इसमें जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. असद व मलेरिया इंस्पेक्टर श्रवण कुमार शामिल हैं। जिला प्रशासन की ओर से जिले के लगभग 300 से अधिक पूजा पंडालों को एक ऑडियो क्लिप उपलब्ध कराया गया है, जिसमें डेंगू से बचाव का टिप्स दिया जा रहा है। इस ऑडियो बीच-बीच में बजाना है। ताकि लोग डेंगू को लेकर सतर्क रहे।
राज्य में सबसे अधिक डेंगू के मरीज जमशेदपुर में
राज्य में सबसे अधिक डेंगू के मरीज जमशेदपुर में ही है। इसे देखते हुए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। वहीं, शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम बर्मामाइंस, भुईयांडीह और गोलपहाड़ी पूजा-पंडाल में पहुंच वहां जल-जमाव और डेंगू के लार्वा की जांच की। इसके साथ ही पंडाल और उसके आसपास के इलाकों में एंटी लार्वा का भी छिड़काव किया गया।
विशेष पदाधिकारी ने विसर्जन घाटों का किया निरीक्षण
दुर्गा पूजा को देखते हुए जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के विशेष पदाधिकारी अजीत कुमार द्वारा ग्रीन पार्क, दोमुहानी, बालू घाट का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान घाटों की साफ सफाई, डस्टबिन की स्थापना, विसर्जन स्थलों एवं सुरक्षा मानकों को देखा गया। इस मौके पर जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के नगर मिशन प्रबंधक सलीम तिर्की एवं राकेश कुमार आनंद भी शामिल थे।