पटना: बिहार के पूर्व IPS अधिकारी और महावीर मंदिर न्यास समिति के पूर्व सचिव आचार्य किशोर कुणाल को पद्म विभूषण पुरस्कार के लिए बिहार सरकार ने अपनी अनुशंसा भेजी है। यह सम्मान समाज सेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए अतुलनीय योगदान को मान्यता देने के लिए दिया जा रहा है। बिहार राज्य स्तरीय अनुशंसा समिति ने आचार्य किशोर कुणाल के जीवन और कार्यों को ध्यान में रखते हुए उनकी नामांकन प्रक्रिया की सिफारिश की है।
नीतीश सरकार ने की अनुशंसा
बिहार सरकार ने यह फैसला दिवंगत आचार्य किशोर कुणाल के समाज सेवा में किए गए अभूतपूर्व योगदान को देखते हुए लिया है। बिहार सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर सचिव सुमन कुमार ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त सचिव गोपाल स्वामी पार्थ सारथी को इस अनुशंसा पत्र को भेजा है। इस सम्मान की अनुशंसा के साथ बिहार सरकार ने आचार्य किशोर कुणाल के कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
समाज सेवा में योगदान की सराहना
इस महत्वपूर्ण निर्णय पर बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने भी अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस विषय में पोस्ट करते हुए लिखा कि “बिहार राज्य स्तरीय अनुशंसा समिति ने समाज सेवा के क्षेत्र में स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल जी के विशिष्ट योगदान को मान्यता देते हुए उनका नाम भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले पद्म विभूषण पुरस्कार 2025 के लिए अनुशंसित किया है। इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए हम माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।”
आशोक चौधरी ने यह भी कहा कि आचार्य किशोर कुणाल ने अपने जीवन को समाज सेवा के कार्यों के लिए समर्पित किया। उनके द्वारा किए गए अमूल्य प्रयासों ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। उनका योगदान और उनके आदर्श आज भी समाज सेवा के क्षेत्र में प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं। यह सम्मान सिर्फ आचार्य किशोर कुणाल जी के कार्यों की सराहना नहीं है, बल्कि यह बिहार के हर नागरिक के लिए गर्व का एक क्षण है।
केंद्रीय मंत्री ने की थी भारत रत्न की मांग
आचार्य किशोर कुणाल के योगदान को देखते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी पहले उनकी समर्पित सेवा को और अधिक मान्यता देने की मांग की थी। उन्होंने भारत सरकार से आचार्य किशोर कुणाल को भारत रत्न देने की अपील की थी। हालांकि, अब बिहार सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण देने की अनुशंसा की है, जो कि एक बड़ा सम्मान है।
आचार्य किशोर कुणाल का जीवन और कार्य
आचार्य किशोर कुणाल का जीवन समाज सेवा, धार्मिक कार्य और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में समर्पित था। उन्होंने महावीर मंदिर न्यास समिति में अपने योगदान से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में धर्म, समाज सेवा और मानवीय कार्यों के लिए एक मिसाल पेश की। उनका कार्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का था, और उन्होंने अपनी ज़िन्दगी का अधिकांश हिस्सा समाज के कमजोर वर्गों के लिए समर्पित किया।
उनकी प्रेरणा देने वाली सेवाओं ने उन्हें न केवल बिहार के लोगों का, बल्कि पूरे देश का आदर्श बना दिया। उनके योगदान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि उन्हें पद्म विभूषण जैसे सम्मान से नवाजा जाए। यह न केवल उनकी सेवा का सम्मान है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के उनके कार्यों की भी स्वीकृति है।
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