पॉलिटिकल डेस्क, नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya BJP) ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है। विजयवर्गीय ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात के दौरान अपना इस्तीफा सौंपा। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत के अनुरूप यह फैसला लिया गया है। बीजेपी के बेहद कद्दावर नेता माने जाने वाले कैलाश विजयवर्गीय साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए थे।
जेपी नड्डा से मिलकर सौंपा इस्तीफा (Kailash Vijayvargiya BJP)
कैलाश विजयवर्गीय ने जेपी नड्डा के साथ मुलाकात की तस्वीरों को शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा कि आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत ‘एक व्यक्ति एक पद’ के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा।
इसके साथ ही विजयवर्गीय ने आगे कहा कि मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले अमित शाह फिर जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न स्थानों पर संगठन को गढ़ने में प्राण प्रण से कार्य किया। (Kailash Vijayvargiya BJP) अब मुझे पार्टी ने मध्य प्रदेश में एक नई भूमिका के लिए भेजा है।
आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत ‘एक व्यक्ति एक पद’ के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा।
मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले श्री अमित शाह जी फिर श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न… pic.twitter.com/5RCYUrxDMD
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 28, 2023
प्रधानमंत्री का संकल्प वर्ष 2047 में भारत, विश्व का शक्तिशाली देश बने, इस दिशा में मध्य प्रदेश को शक्तिशाली बनाने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कार्य करेंगे। मेरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा।
9 साल राष्ट्रीय महासचिव रहे विजयवर्गीय
बता दें कि कैलाश विजवयर्गीय 2014 में पहली बार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए थे। जब अमित शाह के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब भी उन्होंने महासचिव के पद पर काम किया था। इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय ने जगत प्रकाश नड्डा के भी दोनों कार्यकाल में राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी संभाली। कैलाश विजयवर्गीय ने बंगाल समेत कई राज्यों में पार्टी संगठन के लिए काम किया है।
लेकिन, पार्टी आलाकमान के निर्णय के बाद अब उनकी एक बार फिर से प्रदेश की राजनीति में वापसी हुई है। 9 साल बाद शीर्ष नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में टिकट देकर उनकी प्रदेश में वापसी के रास्ते खोल दिए। (Kailash Vijayvargiya BJP) विजयवर्गीय इंदौर की एक नंबर विधानसभा सीट से विधायक हैं। बतौर महासचिव उन्होंने हरियाणा, बंगाल चुनाव में चुनावी अभियानों में हिस्सा लिया। हरियाणा में तब भाजपा की सरकार बनी थी। हालांकि, पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार नहीं बन पाई, लेकिन उस चुनाव से विजयवर्गीय का राजनीतिक कद जरूर बढ़ गया था।
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