नई दिल्ली : NITI Aayog Meeting Controversy : देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार को यानी आज पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग गवर्निग काउंसिल की बैठक हो रही है। दिल्ली में हो रही इस बैठक को लेकर सियासत भी जमकर हो रही है। बता दें कि केंद्रीय बजट को राज्यों के खिलाफ बताते हुए इंडिया ब्लॉक वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस मीटिंग का बहिष्कार किया है। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंची हुई हैं और मीटिंग में हिस्सा ले रही हैं। वहीं इंडी गठबंधन के एक और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने एक प्रतिनिधि को इस बैठक में शामिल होने के लिए भेजा है।
NITI Aayog Meeting Controversy : बैठक में इन विषयों पर होगी चर्चा
बैठक के दौरान राज्य सरकार की ओर से नीति आयोग को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी। वहीं इस रिपोर्ट के साथ केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से संचालित योजना पर चर्चा होगी। बैठक में 2047 तक 3 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी, विकसित राष्ट्र में राज्यों की भूमिका, पेयजल-बिजली, स्वास्थ्य, स्कूली शिक्षा, देश-राज्यों के विकास का रोडमैप, केंद्र-राज्य सरकारों में सहयोग और डिजिटलीकरण जैसे विषयों पर चर्चा होगी।
NITI Aayog Meeting Controversy : बैठक का थीम ‘विकसित भारत 2047’ रखा गया है
नीति आयोग की बैठक आज सुबह 10 बजे से शुरू हुई है। वहीं राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में यह बैठक हो रही है। नीति आयोग की इस बैठक में विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में राज्यों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की जा रही है। बैठक की थीम ‘विकसित भारत @2047’ है। इसका मुख्य फोकस भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। नीति आयोग की बैठक के बाद ‘सीएम कॉन्क्लेव’ होगा, जिसमें राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे।
– वहीं कांग्रेस और विपक्षी मुख्यमंत्रियों द्वारा नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने पर बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने कहा कि कांग्रेस की शुरू से ही यह मानसिकता रही है कि उन्हें विकास कार्यो में भी राजनीति करनी है। आज विकास कार्यों पर चर्चा के लिए बैठक है। नीति आयोग कोई बीजेपी का ढांचा नहीं है। नीति आयोग जब भी बैठक करता है तब वह हर राज्य के विकास मॉडल को तय करता है यह एक संघीय ढांचा है लेकिन समस्या यह है कि कांग्रेस केवल तुष्टीकरण की राजनीति करने के लिए है। उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे अब नीति आयोग बैठक का विरोध कर रहे हैं।
– हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि भी बैठक में नहीं पहुंचे, पहले उनके शामिल होने की खबर थी।
– राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र पहुंचे।