रांची: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु शनिवार को बीआईटी मेसरा के प्लैटिनम जुबिली समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई। जहां उन्होंने संस्थान के 70वें स्थापना दिवस को यादगार बना दिया। इस दौरान बीआईटी परिसर में उनका शानदार स्वागत शिक्षकों और प्रशासनिक कर्मचारियों के साथ स्टूडेंट्स ने किया। राष्ट्रपति ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का भव्य उद्घाटन किया।
इसके बाद राष्ट्रपति ने संस्थान द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में बीआईटी मेसरा के छात्रों और शिक्षकों द्वारा किए गए तकनीकी नवाचार, अनुसंधान प्रोजेक्ट्स और विकास कार्यों को प्रदर्शित किया गया है। समारोह में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने उनके साथ संस्थान के विकास, भविष्य की योजनाओं और तकनीकी नवाचारों पर चर्चा की। इस दौरान राष्ट्रपति ने रिसर्च एग्जीबिशन कम
डिसप्ले का उद्घाटन और स्मारक पदक का विमोचन किया
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बीआईटी मेसरा के गौरवपूर्ण यात्रा पर बधाई देते हुए कहा कि भारत की पहचान बनाने में बीआईटी मेसरा का अहम योगदान रहा हैं। प्लैटिनम जुबिली समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि साल 2047 तक बीआईटी मेसरा विकसित भारत बनाने में सहयोग दे।
वहीं, राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा के इस ऐतिहासिक प्लैटिनम जुबिली समारोह में आपका आगमन न केवल इस प्रतिष्ठित संस्थान के लिए, बल्कि सम्पूर्ण शिक्षा जगत के लिए सौभाग्य का विषय है।
आपने 6 वर्षों से अधिक झारखण्ड के राज्यपाल के पद को सुशोभित किया और ‘पीपुल्स गवर्नर’ के रूप में आपकी कार्यशैली और जनसेवा की भावना ने झारखंड के जनमानस में गहरी छाप छोड़ी है। वहीं सुदीव्य कुमार सोनू ने कहा कि सरकार बीआईटी मेसरा को हर संभव सहयोग करेगी। स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए कहा कि बिरसा की धरती पर बीआईटी मेसरा का होना गौरव की बात हैं।