मेदिनीनगर ,पलामू : पलामू जिले में नवरात्र का आगाज होने के साथ ही चारों तरफ शक्ति की उपासना शुरू हो गई है। हर तरफ आस्था की बयार बह रही है। शहर के माता मंदिर जग-मग लाइट से रोशन हैं। रोज सुबह और शाम माता मंदिरों पर श्रद्धालु दर्शन करने जाते हैं।
नवरात्र के दौरान माता के नंगे पैर रहते हैं, तो कोई मौन रहकर उपवास करता है, तो कोई अन्न त्याग कर गर्म पानी और लौंग के साथ उपवास करता है। सभी श्रद्धालु अपनी-अपनी इच्छा के अनुरूप उपवास कर रहे हैं। इससे केंद्रीय कारा मेदिनीनगर भी अछूता नहीं रह गया है।
यहां भी जगत जननी मां जगदंबा की आराधना की जा रही है। जेल में सजा काट रहे 11 बंदी माता रानी का उपवास कर नवरात्रि पर मां की भक्ति कर रहे हैं। इसमें नौ पुरुष और दो महिला बंदी हैं।
केंद्रीय कारा में रोजाना हो रहा भजन-कीर्तन
केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में बंदियों ने जेल प्रशासन की मदद से कारागार में मां दुर्गा का दरबार सजाया हुआ है। सुबह-शाम बंदी दुर्गा सप्तशती पाठ, दुर्गा चालीसा व अन्य मंत्रों का जाप कर रहे हैं। सुबह-शाम भजन-कीर्तन और आरती की आवाज पूरे जेल परिसर गूंज रही है।
जेल प्रशासन भी व्रत रखने वाले बंदियों की सेवाभाव में लगा है। व्रत रखने वाले बंदियों की पूजा-पाठ, पूजा के वस्त्र के साथ ही फलाहार की व्यवस्था जेल प्रबंधन की तरफ से की गई है।
नवरात्र की समाप्ति की बाद नौ कन्याओं को भोजन कराने का नियम है। नियम के अनुसार, जेल में नौ कन्याओं का भोजन नहीं कराया जा सकता है। इस कारण जेल प्रशासन द्वारा भोजन बनाकर बाहर नौ कन्याओं का भोजन कराया जाएगा, जिससे नवरात्रि उपवास की सार्थकता सिद्ध हो सके।
कारा अधीक्षक ने कहा
केंद्रीय जेल मेदिनीनगर के कारा अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा कि इस वर्ष केंद्रीय कारा में 11 कैदियों ने नवरात्र पर उपवास किए हैं। इसमें नौ पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। सभी कैदी सुबह जल्दी उठकर माता जी की पूजा कर आरती करते हैं और फलहार सामग्री ही लेते हैं। जेल में नवरात्र के उपवास कर रहे कैदियों के लिए जेल प्रबंधन द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं। कैदियों के पूजन की विशेष व्यवस्थाओं के साथ ही फलाहार की व्यवस्थाएं भी की गई हैं। रोज फलाहारी खिचड़ी बनाई जाती है।