चाईबासा : Singhbhum lok sabha : जिस संसदीय क्षेत्र से एक ही पार्टी का मुख्यमंत्री, दो मंत्री और चार विधायक अपने प्रत्याशी के साथ खड़े हों, उस सीट पर कोई दूसरा कैसे जीत सकता है। सिंहभूम लोकसभा सीट पर यही हुआ। इस बार के लोकसभा चुनाव में मुख्यमत्री चम्पाई सोरेन, मंत्री दीपक बिरुवा, पूर्व मंत्री जोबा मांझी, विधायक सुखराम उरांव, विधायक निरल पुरती, विधायक दशरथ गागराई और विधायक सोनाराम सिंकू मिलकर सिंहभूम संसदीय क्षेत्र की कमान संभाले हुए थे।
इसका नतीजा यह रहा है कि एडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को इंडी गठबंधन समर्थित झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी ने 1 लाख 68 हजार 402 से अधिक मतों के बड़े अंतर से हरा दिया। जोबा मांझी को 5 लाख 20 हजार 164 मत प्राप्त हुए हैं जबकि भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को 3 लाख 51 हजार 762 मत मिले हैं। इतने बड़े अंतर से जोबा मांझी की जीत ने स्पष्ट तौर पर यह संदेश दे दिया कि आदिवासी जनजाति के लिए आरक्षित सिंहभूम सीट का ट्रेड मार्क तीर-धनुष ही है।
यहां मोदी मैजिक, राम मंदिर, धारा-370, प्रधानमंत्री आवास, उज्ज्वला योजना, वृद्धजनों को पेंशन जैसे काम चुनाव को प्रभावित नहीं कर सके। यहां हेमंत सोरेन को जेल भेजने से आदिवासियों की सहानुभूति, भाजपा को दीकू (बाहरी) पार्टी मानने , भाजपा के जीतने पर जल, जंगल व जमीन के साथ-साथ संविधान पर खतरा, सरना धर्म कोड जैसे फैक्टर इंडी गठबंधन के लिए काम कर गये।
इसके अलावा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में चला जाना भी गीता कोड़ा की हार का बड़ा कारण बन गया। सिंहभूम की राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखें तो यहां भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव और उसके तुरंत बाद हुए विधानसभा चुनाव में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को 71 हजार से अधिक मतों से हराया था। सरायकेला छोड़कर भाजपा प्रत्याशी ने किसी भी विधानसभा में बढ़त नहीं ली थी।
इस बार के चुनाव में भाजपा सभी विधानसभा में पिछड़ गयी। गांवों के साथ-साथ शहर में भी झामुमो प्रत्याशी को अच्छे वोट मिले। सिंहभूम लोकसभा के नतीजे भाजपा को छह माह के भीतर होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भी डरायेंगे।
मैंने पहले ही कहा था कि सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में हम एक मुख्यमंत्री, दो मंत्री समेत पूरी झारखंड सरकार के खिलाफ लड़ रहे हैं। इस हार से हम हताश नहीं हैं। यह हार हमें नई उर्जा देगी कि हमें जनता के बीच जाकर और कार्य करने हैं। जनता के बीच रहना है। इस जनादेश को हम स्वीकार करते हैं। इस हार के बहुत से कारण हैं। इनका विश्लेषण किया जायेगा और आसन्न विधानसभा चुनाव में हम लोग दोगुने जोश के साथ आयेंगे और बीजेपी को प्रचंड बहुमत से जीतायेंगे।
-गीता कोड़ा, निवर्तमान सांसद सह भाजपा प्रत्याशी, सिंहभूम।
सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के सभी मतदाताओं को मैं धन्यवाद देती हूं। यह यहां की जनता की जीत है। पार्टी ने मुझे जिस विश्वास के साथ उम्मीदवार बनाकर जीताया, उस पर खरा उतरने का प्रयास करुंगी और संगठन को मजबूत करने का काम करुंगी। आज हमारे नेता हेमंत सोरेन हमारे बीच में नहीं हैं। उन्हें एक षड्यंत्र के तहत हमसे अलग रखा गया। यह जीत उन्हें समर्पित करती हूं। लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद अब हम लोग विधानसभा चुनाव में इससे भी ज्यादा मजबूती के साथ लड़ेंगे और जीतेंगे।
-जोबा मांझी, विजयी झामुमो प्रत्याशी, सिंहभूम।
Singhbhum lok sabha : जोबा मांझी की जीत के पांच कारण
1- झामुमो के तीर-धनुष के चिह्न पर चुनाव लड़ना।
2- सिंहभूम लोकसभा की सभी छह विधानसभा सीटों पर झामुमो का दबदबा।
3- संथाली व हो जनजाति के वोटरों का एक तरफा समर्थन।
4- ग्रामीण मतदाताओं के बीच बेदाग छवि।
5- सिंहभूम में भाजपा विरोधी लहर।
Singhbhum lok sabha : गीता कोड़ा की हार के पांच कारण
1- चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आना।
2- कोड़ा दंपति व भाजपा के पुराने नेताओं के बीच दूरी।
3. ग्रामीण मतदान केन्द्रों पर कमजोर बूथ मैनेजमेंट।
4. भाजपा के भीतर नेताओं की आपसी गुटबाजी।
5. मधु कोड़ा का कमजोर चुनाव प्रबंधन।
Singhbhum lok sabha : सिंहभूम लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम
गीता कोड़ा, पार्टी : कांग्रेस प्राप्त वोट : 4,31,815 निकटतम प्रतिद्वंद्वी, लक्ष्मण गिलुवा, पार्टी- भाजपा
प्राप्त वोट 437333
हार का अंतर- 72,155
मतदान प्रतिशत : 69.26
पुरुष मतदाता : 441917
महिला मतदाता- 436562
कुल मतदाता – 878480
अन्य – 01
Singhbhum lok sabha : सिंहभूम लोकसभा चुनाव 2024 का चुनाव परिणाम
जोबा मांझी, पार्टी : झामुमो : प्राप्त वोट : 5,20,164
गीता कोड़ा, पार्टी : भाजपा : प्राप्त वोट : 3,51,762
जीत का अंतर : 1,68,402
मतदान प्रतिशत : 69.32
पुरुष मतदाता : 488836
महिला मतदाता- 514639
अन्य – 07
कुल मतदाता – 1003482
जोबा मांझी बनीं सिंहभूम की नयी सांसद, गीता कोड़ा को 1 लाख 67 हजार मतों से हराया
-सिंहभूम संसदीय क्षेत्र के इतिहास में दूसरी महिला सांसद बनकर आधी आबादी को दी ताकत
चाईबासा : सिंहभूम को नयी सांसद जोबा मांझी बन गयी हैं। सिंहभूम के इतिहास में जोबा मांझी दूसरी महिला सांसद चुनी गयी हैं। यहां से पहली महिला सांसद बनने का कीर्तिमान गीता कोड़ा के नाम पर है। चार जून को जारी हुए परिणामों के अनुसार एडीए समर्थित भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को इंडी गठबंधन समर्थित झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी ने 1 लाख 68 हजार 402 से अधिक मतों के बड़े अंतर से हरा दिया।
जोबा मांझी को 5 लाख 20 हजार 164 मत प्राप्त हुए हैं जबकि भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को 3 लाख 51 हजार 762 मत मिले हैं। सिंहभूम लोकसभा में भाजपा की यह लगातार दूसरी हार है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा था। महागठबंधन से कांग्रेस की प्रत्याशी रहीं गीता कोड़ा ने भाजपा के उम्मीदवार लक्ष्मण गिलुवा को 72 हजार 155 मतों के अंतर से हराया था। गीता कोड़ा को 4 लाख 31 हजार 815 वोट मिले थे। लक्ष्मण गिलुवा के पक्ष में 3 लाख 59 हजार 660 मतदाताओं ने वोट किये थे।
इस बार भाजपा ने गीता कोड़ा को अपने पाले में कर दांव खेला मगर यह दांव भी भाजपा को जीत नहीं दिला सका। चार जून को चाईबासा के महिला कालेज में बने मतगणना केन्द्र बनाया गया था। 24 राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने जोबा मांझी को जीत का प्रमाण पत्र सौंपकर चुनाव की औपचारिकता पूरी कर दी।
सिंहभूम में तीसरे स्थान पर जयराम महतो की पार्टी से समर्थित निर्दलीय दामोदर सिंह हांसदा रहे। महतो समुदाय ने उन्हें जमकर वोट किया। यही वजह रही कि बिना किसी तामझाम के भी दामोदार हांसदा 44 हजार 292 मत लाने में सफल रहे। चौथे स्थान पर नोटा रहा। यहां नोटा पर 23 हजार 982 वोट पड़े हैं।
जोबा के सिर सजा विधायक व मंत्री के बाद अब सांसद का भी ताज
62 वर्षीय जोबा मांझी अब राजनीति की माहिर खिलाड़ी बन गयी हैं। विधायक व मंत्री के बाद अब उनके सिर पर सांसद का ताज भी सज गया है। पांच बार विधायक और चार बार मंत्री रह चुकी जोबा मांझी सिंहभूम संसदीय क्षेत्र से दूसरी महिला सांसद हैं जो दिल्ली जायेंगी। पहले झामुमो ने सिंहभूम लोकसभा सीट से जोबा मांझी को अपना प्रत्याशी बनाकर सभी को चौंका दिया था। अब जोबा ने इस सीट से एक तरफा जीत दर्ज कर नया कीर्तिमान बना दिया है।
Singhbhum lok sabha :सिंहभूम से लोकसभा चुनाव जीतने वाली दूसरी संथाली नेता बनी जोबा
जोबा मांझी आदिवासी हो जनजाति बहुल सिंहभूम संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीतने वाली दूसरी संथाली नेता हैं। इसके पहले कृष्णा मार्डी अकेले संथाली नेता थे जो यहां से सांसद चुने गये थे। भाजपा ने संथाल समुदाय से आने के कारण जोबा मांझी के खिलाफ हो कार्ड खेलने की काफी कोशिश की। चुनाव को संथाल और हो के बीच की लड़ाई बताकर समाज का वोट भाजपा की तरफ करने का भरपूर प्रयास हुआ। सरायकेला जिले के मोहनपुर में प्रचार के दौरान गीता कोड़ा के साथ हुई धक्का-मुक्की की घटना के जरिये भी हो वोटर्स को अपनी ओर करने की कोशिश की मगर इसमें भाजपा सफल नहीं हो पायी। संथाली और हो जनजाति ने एकजुट होकर झामुमो का समर्थन किया और जोबा मांझी की झोली में जीत डाल दी।
Singhbhum lok sabha : सिंहभूम लोकसभा सीट का चुनाव परिणाम एक नजर में
क्र० — अभ्यर्थी का नाम — दल का नाम- प्राप्त कुल मत की संख्या
01- गीता कोड़ा-भारतीय जनता पार्टी- 3,51,762
02- जोबा माझी- झारखंड मुक्ति मोर्चा-5, 20,164
03- परदेशीलाल मुंडा- बहुजन समाज पार्टी-8742
04- कृष्ण माडी- झारखंड मुक्ति मोर्चा (उलगुलान)-2615
05-चित्रसेन सिंकू – झारखंड पार्टी-3210
06- पानमनि सिंह -सोशलिस्ट युनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कॉम्युनिस्ट)-1801
07- -बीर सिंह देवगम- राइट टू रिकॉल पार्टी-1927
08-विश्व विजय माडी- अंबेडकरराइट पार्टी ऑफ इंडिया-3070
09- सुधा रानी बेसरा- पीपल्स पार्टी ऑफ़ इंडिया (डेमोक्रेटिक)-2409
10- आशा कुमारी रूण्डा- निर्दलीय अभ्यर्थी-2754
11- दामोदर सिंह हांसदा- निर्दलीय अभ्यर्थी-44292
12- दुर्गा लाल मुर्मू- निर्दलीय अभ्यर्थी-4924
13- माधव चंद्र कुंकल- निर्दलीय अभ्यर्थी- 19834
14-संग्राम माडी- निर्दलीय अभ्यर्थी-16111
15- नोटा-23982
कुल रद मतों की संख्या – 578