अहमदाबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने गुजरात की धरती से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ सख्त संदेश देते हुए कहा है कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर बीजेपी को तेलंगाना में पैर जमाने नहीं देगी।
“वल्लभभाई पटेल की भूमि से दे रहा हूं संदेश”
रेवंत रेड्डी ने अहमदाबाद में आयोजित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की बैठक को संबोधित करते हुए कहा- वल्लभभाई पटेल की धरती से मैं स्पष्ट कहना चाहता हूं कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस बीजेपी को तेलंगाना में घुसने नहीं देगी। हम उन्हें रोकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी को हराना अब एक मिशन है और हर कांग्रेस कार्यकर्ता तथा गांधी विचारधारा के अनुयायियों को जिम्मेदारी उठानी होगी।
मोदी और शाह की जोड़ी को हराना है
तेलंगाना में बीजेपी को हराने का संकल्प हमने गुजरात से लिया है। यह वही धरती है जिसने तेलंगाना को निजाम की रियासत से मुक्त कराया था। अब हमें ‘गोडसे के उत्तराधिकारियों’ और ‘मोदी और शाह की जोड़ी को हराना है’।
आगे रेड्डी ने कहा कि वल्लभभाई पटेल ने किया था मुक्ति संग्राम, सोनिया गांधी ने दी राज्य की मान्यता। रेड्डी ने तेलंगाना के ऐतिहासिक संदर्भ में कहा कि देश के पहले गृहमंत्री वल्लभभाई पटेल ने तेलंगाना को निजामशाही से मुक्त कराया और बाद में सोनिया गांधी ने उस क्षेत्र को राज्य का दर्जा दिलवाया।
राहुल गांधी के वादे ज़मीन पर उतार रहे हैं: रेवंत रेड्डी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान किए गए वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है:
• ₹21,000 करोड़ का कृषि ऋण माफ
• राज्य में जातीय जनगणना की शुरुआत
• युवाओं के लिए रोजगार योजनाएं
• महिलाओं के कल्याण की नई योजनाएं
“राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4,000 किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा में जो संकल्प लिए थे, हम उन्हें तेलंगाना में साकार कर रहे हैं।
“लोकसभा में बोलने से डरते हैं मोदी”
रेवंत रेड्डी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा, मोदी सरकार राहुल गांधी को लोकसभा में बोलने तक नहीं देती, क्योंकि वे जातीय जनगणना जैसे अहम मुद्दों को उठाना चाहते हैं।
2 करोड़ नौकरियों का वादा, लेकिन हकीकत बेरोजगारी
रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी पर उनके चुनावी वादों को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी जी ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था। 11 साल बीत गए, मतलब अब तक 22 करोड़ नौकरियां मिलनी चाहिए थीं। लेकिन असल में 2 करोड़ युवा हर साल बेरोजगार हो रहे हैं। रोजगार केवल मोदी और शाह को मिले हैं।