रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 12वें दिन सिरमटोली फ्लाईओवर का मामला जोर-शोर से उठा। भाजपा विधायक सीपी सिंह ने इस मुद्दे को सदन में रखते हुए कहा कि फ्लाईओवर निर्माण को लेकर स्थानीय लोग आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस विवाद के चलते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य मंत्रियों और उनके खुद के पुतले जलाए गए। सीपी सिंह ने सरकार से जल्द समाधान निकालने की मांग करते हुए कहा कि सरहुल पर्व में हजारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए जुटते हैं, ऐसे में इस मामले का निपटारा जल्द होना चाहिए। गौरतलब है कि इस फ्लाईओवर के रैंप को लेकर विवाद है। आदिवासी समाज का कहना है कि रैंप के नजदीक आदिवासी समाज का पूजा स्थल है। इसलिए रैंप को शिफ्ट किया जाए।
मुख्यमंत्री ने दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जवाब देते हुए कहा कि इस मुद्दे की जानकारी उन्हें सामाजिक संगठनों के माध्यम से मिली है। उन्होंने आश्वस्त किया कि चिंता की कोई बात नहीं है और सरहुल धूमधाम से मनाया जाएगा।
क्या है सरहुल पर्व?
सरहुल झारखंड और आसपास के आदिवासी समुदायों का प्रमुख पर्व है, जिसमें प्रकृति की पूजा की जाती है। खासतौर पर साल वृक्ष (सखुआ) की पूजा इस पर्व का मुख्य हिस्सा होती है। यह पर्व नए साल की शुरुआत और बसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक माना जाता है।
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