पालिटिकल डेस्क: भारतीय मूल के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की गद्दी पर खतरा मंडरा रहा है। ऋषि सुनक के खिलाफ अवैध प्रवासियों और शरणार्थियों के मामले में कई नेता बागी हो गये हैं। सत्ताधारी दल के कंजरवेटिव पार्टी के तीन बड़े नेता पूर्व प्रधान मंत्री लिज ट्रस, पूर्व गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन और पूर्व मंत्री रॉबर्ट जेनेरिक ऋषि के खिलाफ साजिश रच रहे हैं और तख्तापलट कराने की कवायद में हैं। ये तीनों नेता कट्टपंथी हैं और सुनक के भारतीय मूल के होने के कारण उनपर अवैध प्रवासियों पर नरम रुख अपनाने का आरोप लगा रहे है।
सुनक के इस्तीफे की उठी मांग
अवैध प्रवासियों को लेकर संशोधित ‘रवांडा बिल’ को सुनक ने तैयार कर 12 दिसंबर को निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस में पेश रखा था। इससे पहले सुनक विरोधी नेता ज्यादा से ज्यादा कंजरवेटिव पार्टी के नेताओं को इस्तीफे के लिए कह रहे हैं। इसके लिए गुप्त रूप से बैठकें चल रही हैं। कंजरवेटिव पार्टी की नेता पेनी मॉरडॉन्ट ने भी सुनक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भारतीय मूल की पूर्व गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन भी विरोध में
भारतीय मूल के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के खिलाफ भारतीय मूल की महिला नेता व पूर्व गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने भी मोर्चा खोला हुआ है। बगावत का नेतृत्व भी कर रही है। लिज ट्रस को उन्होंने समर्थन दिया है। दोनों नेताओं की उनके खिलाफ सियासी रंजिश है। सुनक ने हाल में ही सुएला ब्रेवरमैन को अपनी मंत्रिमंडल से हटाया था। दोनों नेता सुनक द्वारा लाये गये रवांडा बिल का विरोध कर रहे हैं और कट्टरपंथी पक्ष के समर्थन में है।