जमशेदपुर/Tribal Language Teachers: झारखंड के सरकारी विद्यालयाें में जनजातीय भाषा के शिक्षकाें की नियुक्ति के लिए बच्चाें के सर्वे की प्रक्रिया चल रही है। इसी बीच यह बात सामने आयी है कि इन शिक्षकाें की नियुक्ति घंटी आधारित शिक्षकाें के रूप में मेरीट के आधार पर हाेगी।
इसमें प्रशिक्षित (प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण बीएड) को प्रत्येक घंटी 200 रुपए की दर से एक दिन में 600 रुपए प्रति कार्य दिवस की दर से देय होगा तथा अप्रशिक्षित प्रेरक शिक्षक को प्रत्येक घंटी 120 रुपए की दर से अधिकतम 360 रुपए प्रति कार्य दिवस की दर से देय होगा, जो संबंधित विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा इस संबंध में प्राप्त निधि से वास्तविक उपस्थिति एवं ली गयी घंटियों के आधार पर भुगतान किया जाएगा।
प्रत्येक माह अधिकतम कार्य दिवस 25 की गणना की जायेगी। इस याेजना के तहत जनजातीय भाषा संताली, हो, कुड़ुख, खड़िया, मुंडारी, माल्ताे, बिहाेरी, भूमिज, असुर जबकि क्षेत्रीय भाषा बांगला, उड़िया, पंचपरगनिया, खाेरठा, कुरमाली व नागपुरी भाषा के शिक्षकाें की नियुक्ति की जाएगी।
Tribal Language Teachers: 10 छात्र पर एक शिक्षक की हाेगी नियुक्ति
इन शिक्षकाें के नियुक्ति की बात करें ताे यह छात्र संख्या के आधार पर हाेगी। जिस विद्यालय में 10 छात्र संबंधित भाषा के रहेंगे वहां उस भाषा के शिक्षकाें की नियुक्ति की जाएगी। अगर एक विद्यालय में दाे अलग अलग जनजातीय या क्षेत्रीय भाषा के छात्राें की संख्या 10-10 से अधिक है ताे वहां दाेनाें भाषा के शिक्षकाें की नियुक्ति हाेगी। इसके लिए पूरे राज्य में के विद्यालयाें में इन भाषाओं के छात्राें का सर्वे कराया जा रहा है।
Tribal Language Teachers: चयन की अवधि एक साल हाेगी
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से जारी नाेटिफिकेशन में कहा गया है कि इन शिक्षकाें की नियुक्ति एक शैक्षणिक वर्ष के लिए मान्य होगा तथा इस अवधि की समाप्ति के पश्चात् जनजातीय भाषा/क्षेत्रीय भाषा माचेत/मास्टर के कार्य के मूल्यांकन के आधार पर यदि उनका कार्य संतोषप्रद पाया जाता है तथा सरकार द्वारा इस योजना का विस्तार करने का निर्णय लिया जाता है तो आगामी वर्ष के लिए इनकी सेवाएं प्राप्त करने हेतु विचार किया जाएगा।
Tribal Language Teachers: इस प्रकार हाेगा चयन
शिक्षकाें का चयन मेधा सूची के अाधार पर हाेगा। इसके 100 अंक पर मेरिट बनेगी। इसमें मैट्रिक के लिए 20, इंटर के लिए 30, जनजातीय व क्षेत्रिय भाषा के लिए 10, स्नातक, 20 सनातकाेत्तर 10 व प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण/ बीएड के लिए 10 अंक निर्धारित किया गया है। इसके आधार पर अधिकतर प्राप्तांक वाले आवेदकाें का चयन किया जाएगा। चयनित शिक्षकाें की संपुष्टी पहले प्रखंड स्तरीय चयन समिति पूर्ण प्रक्रिया के तहत किया जाएगा। इसके बाद सूची उपायुक्त की अध्यक्षता वाली चयन समिति सूची काे संपुष्ट करेगी जिसके बाद ही नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हाेगी।
Tribal Language Teachers: जिला स्तरीय समिति में ये हाेंगे
1 उपायुक्त अध्यक्ष
2 उप विकास आयुक्त सदस्य
3 जिला शिक्षा पदाधिकारी सदस्य
4 जिला कल्याण पदाधिकारी सदस्य
5 उपायुक्त द्वारा नामित जनजातीय सदस्यभाषा/क्षेत्रीय भाषा के पदाधिकारी/कर्मी
6 जिला शिक्षा अधीक्षक सदस्य सचिव
Tribal Language Teachers: इस लिए हाे रही नियुक्ति
झारखंड सरकार का कहना है कि अगर बच्चों को उनकी मातृभाषा के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन का कार्य किया जाता है तो इसका सीधा असर उनके उपस्थिति में देखने को प्राप्त होता है। राज्य में कक्षा 1 से कक्षा 2 के बीच छीजन दर 13.75% है, जो इस बात की पुष्टि करता है कि यदि बच्चों के मातृभाषा को विद्यालयों में व्यवहार में लाया जाए तो बच्चे सहजता से विद्यालयी परिवेश से जुड़ेंगे तथा उनका ठहराव विद्यालयों में लंबी अवधि के लिए होगा।
जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा में अध्ययन-अध्यापन की प्रक्रिया का असर विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा पर भी होगा। न्यू एजुकेशन पाॅलिसी में भी बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा उनकी मातृभाषा में देने का निर्देश है। इसी काे ध्यान में रखते हुए यह नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
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