जमशेदपुर : झारखंडवासी एकता मंच की ओर से गोपाल मैदान में रविवार को विशाल Tusu Mela का आयोजन किया गया। मेले का शुभारंभ शहीद बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, रघुनाथ महतो, निर्मल महतो, सुनील महतो तथा सुधीर महतो की तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर किया। इसमें पारंपरिक पाता नाच, बुढ़ी गाड़ी नाच, टुसू नाच ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया।
जमशेदपुर शहर के बीच बिष्टुपुर गोपाल मैदान में आयोजिइस विशाल टुसू मेले में झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा पश्चिम बंगाल और ओडिशा से हजारों लोग शामिल होने पहुंचे। मेले में 250 टुसू, 19 चौड़ल और 15 बुढ़ी गाड़ी नाच मंडली ने लोगों को रोमांचित किया। विदित हाे कि यह मेला प्रत्येक वर्ष गोपाल मैदान में 21 जनवरी को किया जाता है। इस मेले में इस बार एक लाख से अधिक लाेग शामिल हुए। इसकी वजह से पूरा गाेपाल मैदान लाेगाें से भरा था। मेले की वजह से शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति भी देखने काे मिली।
Tusu Mela की अनदेखी कर रही है सरकार : सांसद
जमशेदपुर के सासद विद्युत वरण महतो ने कहा कि टुसू पर्व को बचाकर रखना हम सबका दायित्व है, क्योंकि संस्कृति जिंदा नहीं रहेगी तो हमारी पहचान ही मिट जाएगी। झारखंड की पहचान भाषा से नहीं बल्कि संस्कृति से है। देश के कई राज्य भाषा से पहचाने जाते हैं, लेकिन झारखंड बहुभाषी प्रदेश है, प्रदेश की पहचान संस्कृति से है।
Tusu Mela : प्रतिमाओं ने किया सबकाे आकर्षित
Tusu Mela में टुसू प्रतिमाओं काे भी रखा गया था। जिसके देखने के लिए लाेग दूर दूर से आए थे। ये प्रतिमाएं इतनी खुबसूरत थीं की तब लाेग इसे निहारते नजर आए। इसके साथ ही चाैडल ने भी सबकाे अपनी ओर आकर्षित किया। ये करीब 70 फीस से अधिक उंचें थे। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी लाेगाें ने जमकर आनंद उठाया।
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