जमशेदपुर: आंध्र भक्त श्री राम मंदिर बिस्टुपुर में चल रहे समन्वय 54 वां ब्रह्मोत्सव के तहत भगवान बालाजी के कल्याण पूजा की तैयारी जोर शोर से हो रही है| इसके लिए मंदिर परिसर में भव्य मंडप का निर्माण कराया जा रहा है|
सजावट से लेकर डेकोरेशन का काम भी तेजी से किया जा रहा है| पंडाल में कुल 5 हजार भक्तों के बैठने की व्यवस्था की गई है| कल्याणम पूजा को विशेष बनाने के लिए मंदिर समिति कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती| पूजा की सारी रीति रिवाज पारंपरिक दक्षिण भारतीय रीति रिवाज से किया जा रहा है | इससे पहले शुक्रवार की सुबह मंदिर प्रांगण में पुजारियों द्वारा भगवान बालाजी की नित्यकतला पूजा किया गया|
इसके बाद अभिषेकम और ध्वजा अवरोहण पूजा किया गया| पूजा के दौरान पुजारियों द्वारा देर तक वैदिक मंत्रोच्चार किया गया| इस अवसर पर दक्षिण भारत से आये पुजारियों ने पारंपरिक धुन बजाते रहे| शुक्रवार शाम 6 बजे भगवान बालाजी को नगर भ्रमण कराते हुए कदमा स्थित बैकुंठधाम मंदिर ले जाया जायेगा|
इस अवसर पर समिति के पदाधिकारी पी. कुमार ने बताया कि कल्याणम पूजा में भगवान बालाजी और माता लक्ष्मी के विवाह की सारी तैयारियां हो चुकी है| पूजा के लिए विशेष रूप से तिरुपति से पुजारियों को बुलाया गया है| पूजा में विशेष रूप से गोत्र के साथ पूजा किया जायेगा| इस अवसर पर भक्तों के बीच प्रसाद के रूप में तिरुपति के लड्डू वितरण किया जायेगा| समिति के पदाधिकारी दुर्गा प्रसाद शर्मा ने बताया कि लगभग 5 हजार लड्डू भक्तों में वितरण किया जायेगा| उन्होंने बताया पूजा में कल्याणम के लिए बुकिंग शुरू हो चुका है| अबतक हजार से अधिक भक्त सूची में नाम दर्ज करा चुके है|
उन्होंने कहा कि और भी ज्यादा भक्तों के आने के अनुमान है| भक्तों की पूजा के लिए रजिस्ट्रेशन शुक्रवार 9 जून की रात मंदिर बंद होने से पूर्व तक किया जायेगा| उन्होंने बताया कि इस बार का कल्याणम पूजा में पहली बार इतने संख्या में भक्त आयेंगे| उन्होंने कहा कि 5 हजार भक्तो को गोत्र के साथ पूजा करने की प्रावधान किया गया है| सभी सूचीबद्ध भक्तों को 4 बड़े एवं छोटे लड्डू के साथ भगवान बालाजी की कांसे की बनी छोटी मूर्ति एवं हल्दी कुमकुम, वस्त्र के पीस वितरण किया जायेगा| पूजा की तैयारी की जानकारी देते हुए कहा कि भगवान बालाजी के प्रसाद निर्माण के लिए विशेष तैयारी की गई है| उन्होंने बताया कि बालाजी को चढ़ने वाले लड्डू को कुशल कारीगर के द्वारा बनाया जा रहा है| इसके लिए अलग से रसोई की व्यवस्था की गई है| साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा गया है|
प्रसाद बनाने के लिए बेसन , किसमिस, मक्खन, काजू, इलायची समेत कई प्रकार के ड्राई फ्रूटस का इस्तेमाल किया गया है|