भारतीय सिनेमा के रत्न: सत्यजीत रे...

भारतीय फिल्म निर्माता सत्यजीत रे  की आज जयंती है। आइए उनकी क्लासिक फिल्मों को याद करें।

पाथेर पांचाली मास्टरपीस की शुरुआत

1955 में आई यह फिल्म ग्रामीण भारत की मासूमियत को दर्शाती है।

अपराजितो संघर्ष की कहानी

Apu Trilogy की दूसरी फिल्म, एक किशोर के आत्मविकास की कहानी।

अपुर संसार जीवन की नई शुरुआत

Apu की ज़िंदगी में प्यार, शादी और पिता बनने की यात्रा।

चारुलता एक महिला की तड़प

एक अकेली स्त्री की भावनात्मक उलझनों पर बनी मार्मिक फिल्म।

शतरंज के खिलाड़ी नवाबों का पतन

1856 के लखनऊ की पृष्ठभूमि पर आधारित, दो नवाबों की कहानी।

नायक एक सुपरस्टार का सच

सुपरस्टार के भीतर छिपे इंसान की मनोवैज्ञानिक यात्रा।

गोपी गायन बाघा बायन जादूई लोककथा

बच्चों के लिए बनी एक रंगीन और काल्पनिक फिल्म।

सत्यजीत रे सिनेमा का अनमोल सितारा

उनकी फिल्में आज भी इंसानियत, भावनाओं और कलात्मकता की मिसाल हैं।