होलिका दहन में इन 5 चीजों को न जलाएं, वरना आएंगे गंभीर संकट...

फाल्गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है. इस साल होलिका दहन का मुहूर्त रात 11 बजकर 27 मिनट से शुरू हो रहा है.

होलिका की अग्नि में उपले, तिल, और सूखा नारियल डालते लोग अक्सर मनोकामना पूर्ति के लिए ऐसा करते हैं।

कुछ लोग अनजाने में ऐसी चीजें डाल देते हैं, जिनसे जीवन में दुख और तकलीफ बढ़ सकती है। जानिए ऐसी चीजों के बारे में।

होलिका की अग्नि में गंदे कपड़े, टायर या प्लास्टिक न जलाएं, क्योंकि यह होली माता का अपमान और पर्यावरण के लिए हानिकारक है।

होलिका की आग में पानी वाला नारियल न डालें, सिर्फ सूखा नारियल चढ़ाएं, अन्यथा चंद्रमा की स्थिति कुंडली में प्रभावित हो सकती है।

होलिका दहन में फर्नीचर की टूटी हुई लकड़ी न डालें, इससे शनि, राहु और केतु का नकारात्मक प्रभाव बढ़ सकता है।

होलिका दहन में कुछ लोग मीठे पकवान या गुजिया चढ़ाते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि इनकी संख्या तीन न हो, ऐसा करने से बुरा असर पड़ सकता है।

होलिका की अग्नि में सूखी गेहूं की बालियां और सूखे फूल न डालें, इससे शुभ फलों की प्राप्ति में रुकावट आ सकती है।