कोडरमा: झारखंड के कोडरमा जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। ढिबरा (अभ्रक) चुनने गई एक महिला की चाल धंसने से मौत हो गई। हादसा जिला मुख्यालय स्थित सिविल कोर्ट के पीछे जंगल (वन्य प्राणी आश्रयणी) में हुआ, जहां बड़ी संख्या में लोग ढिबरा चुनने के लिए पहुंचे थे।
मृतका की पहचान 45 वर्षीया कंचन देवी (पत्नी: पप्पू पासवान, निवासी: शिव मुहल्ला) के रूप में हुई है। वह अन्य महिलाओं के साथ ढिबरा चुनने के लिए जंगल गई थी। बताया गया कि ढिबरा के ढेर में चाल बनाकर खनन का प्रयास किया जा रहा था, उसी दौरान अचानक चाल धंस गई और कंचन देवी मलबे में दब गई।
लोगों ने बचाने का प्रयास किया, अस्पताल में हुई मौत की पुष्टि
घटना के तुरंत बाद मौजूद महिलाओं और स्थानीय लोगों ने शोर मचाया और मलबा हटाने का प्रयास किया। कंचन देवी को तुरंत कोडरमा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा, मामले की जांच शुरू
घटना की सूचना मिलने पर कोडरमा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और ढिबरा खनन से जुड़े कारणों की जांच शुरू कर दी है।
ढिबरा खनन का जोखिम: गरीबों की मजबूरी या जानलेवा विकल्प?
कोडरमा और आसपास के क्षेत्रों में ढिबरा (माइका) चुनना ग्रामीणों की आजीविका का मुख्य स्रोत है, लेकिन असंगठित और असुरक्षित तरीके से खनन कई बार जानलेवा साबित हो रहा है। इस क्षेत्र में पूर्व में भी चाल धंसने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे प्रशासन पर सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने का दबाव बढ़ गया है।