Home » राउरकेला इस्पात संयंत्र द्वारा प्रायोजित 30 वंचित विद्यार्थियों को सिपेट में कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से मिला रोजगार

राउरकेला इस्पात संयंत्र द्वारा प्रायोजित 30 वंचित विद्यार्थियों को सिपेट में कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से मिला रोजगार

by The Photon News Desk
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राउरकेला: सीएसआर के तहत सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आर.एस.पी) द्वारा सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सि‍पेट), भुवनेश्वर में ‘मशीन ऑपरेटर-प्लास्टिक प्रोसेसिंग में 6 महीने के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए प्रायोजित कुल 30 वंचित विद्यार्थियों को दक्षता विकास पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। समारोह में महा प्रबंधक प्रभारी (बीई एवं आईईडी) चैताली दास ने दूसरे बैच के सभी विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम पूरा होने का प्रमाण-पत्र और प्लेसमेंट पत्र प्रदान की। उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत भी की। महा प्रबंधक (सीएसआर) मुनमुन मित्र, सहायक महा प्रबंधक (सीएसआर) टीबी टोप्पो और सीएसआर विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मचारी और सिपेट के प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे। सुश्री दास ने सभी प्रशिक्षार्थियों को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी और उन्हें काम करते समय अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाने की सलाह दी ताकि उनका बाजार मूल्य बढ़े।

कार्यक्रम के शुरुआत में मुनमुन मित्र ने सभी का स्वागत किया और सीएसआर गतिविधियों एवं पाठ्यक्रम मॉड्यूल पर एक संक्षिप्त जाक्नारी दी। सहायक महा प्रबंधक (सीएसआर.) टीबी टोप्पो ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया, जबकि वरिष्‍ठ फील्ड सहायक (सीएसआर) बेनेडिक्ट एक्का ने कार्यक्रम का संचालन किया।

उल्‍लेखनीय है कि, 30 विद्यार्थियों के इस दूसरे बैच को ‘मशीन ऑपरेटर प्लास्टिक प्रोसेसिंग (एमओ-पीपी) में सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए 3 दिसंबर, 2022 को सिपेट, भुवनेश्वर भेजा गया था। 6 जून, 2023 को अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, हरियाणा आदि की कंपनियों में कैंपस भर्ती के माध्यम से नौकरी मिली है। गौरतलब है कि आरएसपी ने प्रशिक्षार्थियों से संबंधित कुल खर्च का वहन किया जैसे प्रवेश और पाठ्यक्रम फीस, किताबें, छात्रावास और भोजन शुल्क आदि। पायलट प्रोजेक्ट के तहत वर्ष 2021-22 के दौरान 10 विद्यार्थियों को उपरोक्त पाठ्यक्रम को पूरा करने के लिए सिपेट भेजा गया था और उन सभी को कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से नौकरी की पेशकश मिली थी। अब तक इस योजना से पार्श्‍चांचल क्षेत्रों के 70 विद्यार्थी लाभान्वित हो चुके हैं।

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