सेंट्रल डेस्क। INDIGO एयरलाइन की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। बदतर सेवाओं के कारण दिल्ली और मुंबई जाने वाले इंडिगो एयरलाइंस के करीब 400 यात्री तुर्की के इस्तांबुल हवाई अड्डे पर बीते 24 घंटे से फंसे हुए हैं। इसके लिए एयरलाइन ने परिचालन कारणों से देरी को जिम्मेदार बताया है। इसके बाद से वहां यात्री बुरी तरह फंसे हुए है और परेशान है।
एक्स पर शिकायतें पोस्ट की, भोजन या रहने की व्यवस्था नहीं
दरअसल, यात्री इस बात से अधिक निराश है कि कंपनी की ओर से उन्हें कोई आशावासन तक नहीं दिया जा रहा है और न ही कोई अकोमोडेशन, खाना-पीना या अन्य कोई सुविधा दी जा रही है। निराश यात्रियों ने एक्स पर अपनी शिकायतें पोस्ट की और आरोप लगाया कि उन्हें भोजन या रहने की कोई व्यवस्था नहीं दी गई। इस दौरान कई यात्री ऐसे भी थे, जो स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
हवाई अड्डे पर लगभग 500 लोग फंसे हुए
एक यात्री ने गुरुवार को एक्स पर 2:43 बजे (आईएसटी) पोस्ट किया औऱ लिखा कि “हमारी इस्तांबुल से दिल्ली के लिए फ्लाइट है, लेकिन फ्लाइट देर है औऱ यहां हवाई अड्डे पर लगभग 500 लोग फंसे हुए है। फ्लाइट का वास्तविक समय 20:10 है, लेकिन अब उन्होंने कहा कि किसी अप्रत्याशित कारण से इसे अगले दिन दोपहर 13:30 बजे तक के लिए विलंबित कर दिया गया है, क्या आप अपने यात्रियों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं?”
यात्री ने एक्स पर लिखा- उड़ान 6E0018 का संचालन एक डिजास्टर
एक अन्य यात्री रोहन राजा ने बताया कि दिल्ली से सुबह छह बजकर 40 मिनट की उड़ान रद्द होने के बाद यात्रियों को ठंड के कारण ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। यात्री पार्श्व मेहता ने शुक्रवार को 3:50 बजे (आईएसटी) देरी के बारे में अपनी निराशा व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा कि हे IndiGo 12 दिसंबर को इस्तांबुल से मुंबई के लिए उड़ान 6E0018 का संचालन एक डिजास्टर रहा है। इसे रात 8:15 बजे प्रस्थान करना था, लेकिन उसी दिन यह देरी से रात 11 बजे हो गई। ठीक है, हमने इंतजार किया। फिर झटके से इसे अगले दिन सुबह 10 बजे कर दिया गया। क्या चल रहा है?”
आगे उन्होंने लिखा “मामले को बदतर बनाने के लिए, इंडिगो से कोई भी स्थिति को समझाने के लिए गेट पर मौजूद नहीं था। देरी की खबर हमें तुर्की एयरलाइंस के चालक दल से आई, और कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई– पूरी तरह से अराजकता का माहौल।
हमें बताया गया था कि हमें मुआवजे के रूप में इस्तांबुल हवाई अड्डे पर लाउंज का उपयोग करने दिया जाएगा। लेकिन फंसे हुए यात्रियों की इतनी बड़ी संख्या को मैनेज करने के लिए लाउंज बहुत छोटा था। हम में से कई उचित सुविधाओं के बिना घंटों तक खड़े रहे।