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ISRO: इतिहास पर इतिहास रच रहा इसरो, जानें पृथ्वी से कितनी दूर पहुंचा आदित्य L1

by Rakesh Pandey
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सेंट्रल डेस्क : ISRO Aditya L1 Mission: चंद्रयान मिशन से दुनिया में सफलता के झंडे गाड़ने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एक के बाद एक सफलता के नए कीर्तिमान रच रहा है। जी हां, आपको यह जानकर काफी खुशी होगी कि भारत का सौर मिशन आदित्य एल1 अबतक पृथ्वी से 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर चुका है।

आदित्य एल1 अब पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक निकल गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से यह जानकारी प्रसारित की गई है कि शनिवार को कहा कि यह अब सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर अपना रास्ता तलाश रहा है।

क्या है यह नई सफलता?

यह सच है कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो के कीर्तिमान की चर्चा चहुंओर हो रही है। इस सच्चाई को दुनिया भी देख और समझ रही है। इसरो की ओर से लगातार सफलताओं को सोशल मीडिया के जरिए बताया भी जा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया है। उस पोस्ट में यह जानकारी दी गइ है कि ऐसा लगातार दूसरी बार संभव हुआ है कि इसरो ने पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र के बाहर अंतरिक्ष यान भेजा है। पहली बार मार्स ऑर्बिटर मिशन के साथ ऐसा कर पाने में सफलता मिली थी।

सही ट्रैक पर है आदित्‍य-L1 मिशन, इसरो ने किया अपडेट

सूर्य के अध्ययन करने के लिए लॉन्च किया गया आदित्य एल1 मिशन सही ट्रैक पर काम कर रहा है। इसरो ने शनिवार को आदित्‍य-L1 मिशन को लेकर अपडेट शेयर किया है। इसमें इसरो की ओर से बताया गया है कि मिशन अपने ट्रैक पर है। स्‍पेसक्राफ्ट पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बचकर 9.2 लाख किलोमीटर से ज्‍यादा की दूरी तय कर चुका है। यानि एक संवेदनशील स्थिति से यह सफलतापूर्वक आगे निकल चुका है।

क्या है एल1 ऐसा प्‍वाइंट

एल1 एक ऐसा महत्वपूर्ण प्‍वाइंट है जहां से सूरज पर चौबीस घंटे अध्‍ययन किया जा सकता है। इस प्‍वाइंट पर धरती और गुरुत्‍वाकर्षण के बीच बैलेंस बना रहता है। इस बैलेंस बन जाने के कारण सेंट्रिफ्यूगल फोर्स पैदा होता है। इसकी वजह से स्‍पेसक्राफ्ट एक जगह स्थिर रहता है।

यह स्थिरता जरूरी है क्योंकि इससे बेहतर तरीके से अध्ययन किया जा सकता है। आपको बता दें कि सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आदित्‍य एल-1 को 2 सितंबर को लॉन्‍च किया गया था। तब से यह सफलता के नित नए कीर्तिमान स्थापित करता चला जा रहा है।

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