स्पेशल डेस्क : मणिपुर की राजधानी इंफाल के बीर टिकेंद्रजीत इंटरनेशनल एयरपोर्ट के एयर स्पेस में रविवार दोपहर करीब ढाई बजे अज्ञात मानव रहित हवाई वाहन/ड्रोन (यूएफओ) देखा गया। इससे आसपास में हड़कंप मच गया। यूएफओ से संभावित खतरे को भांपते हुए भारतीय वायुसेना ने दो राफेल फाइटर जेट लॉन्च कर दिए थे। इसकी तलाश को लेकर भारतीय वायुसेना के रडार और अन्य दूसरी चीजों को दोपहर 2.45 बजे से शाम 5.30 बजे तक पूरी तरह से सक्रिय तौर पर तैनात रखा गया, लेकिन इस दौरान कुछ भी नहीं मिला।
बताया गया कि मणिपुर के इंफाल में बीर टिकेंद्रजीत अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रविवार को उस वक्त अचानक हड़कंप मच गया, जब हवाईअड्डे पर अचानक एक यूएफओ दिखाई दिया।
इसके कारण तीन घंटे तक उड़ान बंद कर दी गई। गहन जांच के बाद फिर से उड़ानों का संचालन शुरू किया गया। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इंफाल के बीटीआई हवाईअड्डे पर उड़ान संचालन दोपहर 2.30 बजे से तीन घंटे बीस मिनट के लिए निलंबित कर दिया गया।
रविवार दोपहर यूएफओ के बारे में गहन जांच के बाद शाम को उड़ान संचालन हमेशा की तरह फिर से शुरू कर दिया गया है।
चेक करने के लिए भेजा गया दो राफेल
भारतीय वायुसेना के उच्च पदस्थ अधिकारियों ने बताया कि इंफाल एयरपोर्ट से सिविलियन ऑफिसर की तरफ से यूएफओ देखे जाने का संदेश मिला। इसके बाद तत्काल हाशीमारा एयरफोर्स बेस से एक राफेल फाइटर जेट को उस तरफ उड़ाया गया, जहां यूएफओ दिखा था।
लेकिन, राफेल के राडार पर कोई अनजान विमान या यान नहीं दिखा। जैसे ही पहला फाइटर जेट वापस लौटा डबल चेक करने के लिए दूसरा राफेल भेजा गया। लेकिन, उस इलाके और उसके आसपास कोई भी यूएफओ या एलियनशिप नहीं नजर आया।
तत्काल एयर डिफेंस मैकेनिज्म हुआ सक्रिय
भारतीय वायु सेना के पूर्वी कमांड ने तत्काल अपना एयर डिफेंस रेसपॉन्स मैकेनिज्म शुरू कर दिया है। पूर्वी कमांड ने एक्स पर लिखा कि भारतीय वायुसेना ने एयर डिफेंस रेसपॉन्स मैकेनिज्म को एक्टीवेट कर दिया है। क्योंकि, इंफाल एयरपोर्ट से विजुअल इनपुट्स आए थे। कहा गया था कि 4 बजे के करीब एक यूएफओ एयरफील्ड से पश्चिम दिशा की ओर जाता देखा गया। एयरफोर्स ने जब सर्च अभियान चलाया, तो उसे वहां कुछ नहीं मिला। हालांकि, उसके बाद वह छोटी उड़ने वाली वस्तु दोबारा उस इलाके में देखी नहीं गई।
तत्काल स्पष्टीकरण नहीं
कथित तौर पर यूएफओ को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों और एक निजी एयरलाइनर के पायलट ने दोपहर करीब 2.20 बजे उड़ान भरने से पहले देखा था। वस्तु की पहचान और मकसद पर तत्काल कोई स्पष्टीकरण नहीं है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशक और भारतीय वायु सेना संयुक्त रूप से इस पर गौर कर रहे हैं।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के एक अधिकारी ने कहा कि उन्हें दोपहर 2:30 बजे सीआईएसएफ से एक संदेश मिला। इसमें बताया गया कि एयरपोर्ट के पास एक यूएफओ पाया गया है। शाम 4 बजे तक यूएफओ नॉर्मल आंखों से एयर स्पेस के पश्चिम की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा था।
उड़ानों का मार्ग परिवर्तित किया गया
इंफाल नियंत्रित हवाई क्षेत्र के भीतर यूएफओ देखे जाने के बाद दिल्ली और गुवाहाटी से दो उड़ानों को डायवर्ट कर दिया गया। अगरतला, गुवाहाटी और कोलकाता जाने वाली तीन उड़ानों में देरी हुई। सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलने के बाद उड़ान संचालन फिर से शुरू कर दिया गया।
डायवर्ट की गई उड़ानों में कोलकाता से इंडिगो की एक उड़ान भी शामिल थी। इसे शुरू में ओवरहेड होल्ड करने का निर्देश दिया गया था।
25 मिनट के बाद इसे गुवाहाटी की ओर मोड़ दिया गया। हालांकि, रोकी गई उड़ानें करीब तीन घंटे देरी से मंजूरी मिलने के बाद इंफाल एयरपोर्ट से रवाना हुईं। अधिकारी ने बताया कि शिलांग स्थित भारतीय वायु सेना की पूर्वी कमान को घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है।
अमेरिका रक्षा विभाग ने यूएफओ के रहस्य से उठाया था पर्दा
दुनिया में कई बार लोग एलियन और यूएफओ को देखने का दावा कर चुके हैं। सालों से वैज्ञानिक इस सवाल का जवाब तलाश रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है। इसे लेकर अमेरिकी रक्षा विभाग ने आसमान में नजर आने वाले यूएफओ के रहस्य से पर्दा उठाया है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने बीते कुछ सालों में सैकड़ों यूएफओ वीडियो और फोटो की जांच की है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियोंके मुताबिक, यूएफओ या एलियंस नहीं हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, यूएफओ केवल विदेशी सर्विलांस ऑपरेशन या हवा में तैरने वाली चीजें हैं।