एंटरटेनमेंट डेस्क :मराठी फिल्मों के दिग्गज अभिनेता रवींद्र बेर्डे का बुधवार को कैंसर के कारण निधन हो गया (Ravindra Berde Death)। दो दिन पहले ही उन्हें दिल की बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें वापस घर लाया गया था। बता दें कि बेर्डे लंबे अरसे से कैंसर से पीड़ित थे। उनकी मौत की खबर मिलते ही मराठी फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
मुंबई के टाटा अस्पताल में चल रहा था इलाज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रवींद्र बेर्डे बीते काफी समय से गले के कैंसर से पीड़ित थे। उनका इलाज मुंबई के टाटा अस्पताल में चल रहा था। 13 दिसंबर को इलाज के दौरान ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा और इस कारण उनकी मौत (Ravindra Berde Death) हो गई। रवींद्र बेर्डे को दो दिन पहले अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। साल 1995 में एक नाटक के मंचन के दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा।
इसके बाद साल 2011 में वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ गए, लेकिन कला से जुड़कर उन्होंने इन मुश्किलों पर भी आसानी से काबू पा लिया। नाटक के प्रति उनके जुनून को इस बात से समझा जा सकता है कि कैंसर से पीड़ित होने के बावजूद वे नाटक देखने जाया करते थे।
Ravindra Berde Death से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर
एक्टर के निधन से मराठी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि बीते दिनों ‘सीआईडी’ फेम दिनेश फडनीस और जूनियर महमूद के बाद यह फिल्म और टीवी इंडस्ट्री को लगातार तीसरा गहरा सदमा है। ये तीनों ही कलाकार मराठी फिल्म इंडस्ट्री का भी अभिन्न हिस्सा थे।
Ravindra Berde Death : 300 से अधिक मराठी फिल्मों में कर चुके थे काम
वे 20 साल की उम्र में नभोवनी और 1965 में थिएटर से जुड़े थे। उन्होंने 300 से अधिक मराठी फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता। रवींद्र बेर्डे के परिवार में उनकी पत्नी, दो बच्चे, बहू और पोते-पोतियां हैं। फैंस भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने कई तरह के किरदारों से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई। मराठी के साथ-साथ हिंदी सिनेमा में रवीन्द्र सक्रिय थे। वे सिंघम, चिंगी जैसी हिंदी फिल्मों में अपने अभिनय का जादू दिखा चुके हैं।
थिएटर से की थी एक्टिंग की शुरुआत
रवींद्र बेर्डे ‘नायक: द रियल हीरो’ में अनिल कपूर के साथ नजर आए थे। यह फिल्म 2001 में रिलीज हुई थी। जबकि, वह रोहित शेट्टी की ‘सिंघम’ फिल्म में भी अहम भूमिका में थे। इस फिल्म में अजय देवगन लीड रोल में थे। 1965 में थिएटर के जरिए रवींद्र बेर्डे ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। जब वह थिएटर से जुड़े उस दौरान वह महज 20 साल के थे। पर्दे पर रवींद्र की जोड़ी को अशोक सराफ, विजय चव्हाण, महेश कोठारे, विजू खोटे, सुधीर जोशी और भरत जाधव के साथ खूब पसंद किया गया। उन्होंने कई तरह के किरदारों से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई|
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