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बेंगलुरु के रामेश्वर कैफे बम विस्फोट मामले में कोलकाता से दो आरोपी गिरफ्तार

by Rakesh Pandey
Rameshwaram cafe blast
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बेंगलुरु : बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट (Rameshwaram cafe blast) मामले में जांच एजेंसी को बड़ी सफलता मिली है। एनआईए सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ब्लास्ट केस के दो आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया गया है। एनआईए ने इन दोनों आरोपियों पर 10-10 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।

खुफिया जानकारी के आधार पर गिरफ्तारी

एनआईए ने इस मामले में भगोड़े अदबुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजेब को कोलकाता के पास से गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने खुफिया जानकारी के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

दोनों आरोपियों की क्या थी भूमिका? (Rameshwaram cafe blast)

मामले से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शाजिब ही वह व्यक्ति है, जिसने कैफे में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) रखा था। इसके अलावा ताहा विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने का मास्टरमाइंड था।

राज्य पुलिस एजेंसियों के बीच तालमेल

12 अप्रैल की सुबह फरार आरोपियों अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजेब को कोलकाता के पास देखा गया। यहां वे झूठी पहचान के तहत छिपे हुए थे। एनआईए को केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अलावा पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल पुलिस का पूरा साथ मिला। राज्य पुलिस एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल से आरोपियों को पकड़ा जा सका।

एनआईए ने एक बयान में इसकी जानकारी दी है। बयान में कहा गया है कि रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में दो अभियुक्तों को कोलकाता के पास से गिरफ्तार किया गया है। एनआईए के अनुसार, मुसाविर ने कैफे में आईईडी (विस्फोटक) रखा था और अब्दुल इस पूरी घटना के मास्टरमाइंड था। इस विस्फोट के मुख्य अभियुक्त मुज्जमिल शरीफ को घटना के 27 दिनों बाद गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन दो अन्य अभियुक्त फरार थे।

1 मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वर कैफे में हुआ था ब्लास्ट

बता दें कि 1 मार्च को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट में कई ग्राहक और होटल कर्मचारी घायल हो गए थे। प्रशासन के मुताबिक, ग्राहकों की जांच के लिए कैफे के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। एंट्री की अनुमति देने से पहले कर्मचारी प्रत्येक ग्राहक की हैंडहेल्ड डिटेक्टरों से जांच की जा रही है। सभी ग्राहकों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और कर्मचारी किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जाएगी। गिरफ्तारी से पहले एजेंसी ने आरोपियों के कॉलेज और स्कूल के दोस्तों समेत परिचितों से भी पूछताछ की थी।

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